अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव (फाइल फोटो)
लखनऊ:
अखिलेश यादव ने साफ किया है कि यदि उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा भी दिया जाता है तब भी वह समाजवादी पार्टी नहीं छोड़ेंगे. अपने पिता मुलायम सिंह यादव से जोरदार तनातनी के बीच 43-वर्षीय अखिलेश ने एनडीटीवी से कहा कि मुझे पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री बनाया, जो मेरे पिता हैं, अगर वह कहेंगे तो पद छोड़ दूंगा.
अखिलेश ने कहा, मैं कोई नई पार्टी नहीं बनाऊंगा. यदि मैं पद से हटाया जाता हूं तो उनके लिए कैंपेन करूंगा. उन्होंने कहा, मैं सिर्फ आगामी चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं. मेरी दूसरी कोई योजना नहीं है.
इससे कुछ घंटे पहले अपने परिवार और पार्टी में सामने आए गहरे मतभेद के बावजूद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने यह जताने की पुरजोर कोशिश की कि पार्टी और परिवार में 'सब ठीक है. हालांकि, वह यह नहीं बता सके कि उनके भाई शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश कैबिनेट में फिर से शामिल किया जाएगा कि नहीं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले दिनों शिवपाल को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था.
संवाददाता सम्मेलन में मुलायम के साथ शिवपाल और बर्खास्त किए गए तीन अन्य मंत्री भी थे. हालांकि, मुख्यमंत्री अखिलेश की गैर-मौजूदगी को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जाती रहीं. सोमवार को हुई सपा की एक बैठक में हैरंतअंगेज वाकये पेश आने के बाद मंगलवार को मुलायम जिस वक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, उसी वक्त अखिलेश और शिवपाल के समर्थक पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे.
मुलायम ने कहा कि सपा 2012 में उत्तर प्रदेश की सत्ता में सिर्फ उनकी वजह से आई थी और फिर भी उन्होंने अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाया. बहरहाल, उन्होंने विधानसभा चुनाव से चंद महीनों पहले खुद मुख्यमंत्री बनने की बात से इनकार किया.
सपा सुप्रीमो ने कहा, 'मेरी पूरी जिंदगी लोगों के कल्याण के लिए समर्पित रही है और उनके लिए काम करना जारी रखूंगा' मुलायम ने सपा सांसद अमर सिंह का जोरदार बचाव करते हुए सवाल किया, 'इन मामलों में उन्हें क्यों घसीटना?' गौरतलब है कि अखिलेश का धड़ा परिवार में सामने आई मुश्किलों के लिए अमर सिंह को ही जिम्मेदार ठहरा रहा है.
(इनपुट एजेंसियों से)
अखिलेश ने कहा, मैं कोई नई पार्टी नहीं बनाऊंगा. यदि मैं पद से हटाया जाता हूं तो उनके लिए कैंपेन करूंगा. उन्होंने कहा, मैं सिर्फ आगामी चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं. मेरी दूसरी कोई योजना नहीं है.
इससे कुछ घंटे पहले अपने परिवार और पार्टी में सामने आए गहरे मतभेद के बावजूद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने यह जताने की पुरजोर कोशिश की कि पार्टी और परिवार में 'सब ठीक है. हालांकि, वह यह नहीं बता सके कि उनके भाई शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश कैबिनेट में फिर से शामिल किया जाएगा कि नहीं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले दिनों शिवपाल को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था.
संवाददाता सम्मेलन में मुलायम के साथ शिवपाल और बर्खास्त किए गए तीन अन्य मंत्री भी थे. हालांकि, मुख्यमंत्री अखिलेश की गैर-मौजूदगी को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जाती रहीं. सोमवार को हुई सपा की एक बैठक में हैरंतअंगेज वाकये पेश आने के बाद मंगलवार को मुलायम जिस वक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, उसी वक्त अखिलेश और शिवपाल के समर्थक पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे.
मुलायम ने कहा कि सपा 2012 में उत्तर प्रदेश की सत्ता में सिर्फ उनकी वजह से आई थी और फिर भी उन्होंने अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाया. बहरहाल, उन्होंने विधानसभा चुनाव से चंद महीनों पहले खुद मुख्यमंत्री बनने की बात से इनकार किया.
सपा सुप्रीमो ने कहा, 'मेरी पूरी जिंदगी लोगों के कल्याण के लिए समर्पित रही है और उनके लिए काम करना जारी रखूंगा' मुलायम ने सपा सांसद अमर सिंह का जोरदार बचाव करते हुए सवाल किया, 'इन मामलों में उन्हें क्यों घसीटना?' गौरतलब है कि अखिलेश का धड़ा परिवार में सामने आई मुश्किलों के लिए अमर सिंह को ही जिम्मेदार ठहरा रहा है.
(इनपुट एजेंसियों से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव, शिवपाल यादव, समाजवादी पार्टी, उत्तर प्रदेश, यूपी चुनाव 2017, Akhilesh Yadav, Mulayam Singh Yadav, Shivpal Yadav, Samajwadi Party, Uttar Pradesh, UP Polls 2017