यह ख़बर 05 अप्रैल, 2011 को प्रकाशित हुई थी

फर्जी पायलट लाइसेंस मामले में दो और गिरफ्तार

खास बातें

  • फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पायलट लाइसेंस हासिल करने के मामले में अहमदाबाद से एक और पायलट तथा एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया गया।
नई दिल्ली:

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पायलट लाइसेंस हासिल करने के मामले में सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद से एक और पायलट तथा एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया गया। पुलिस उपायुक्त अशोक चांद ने मंगलवार को बताया कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कमर्शियल पायलट लाइसेंस हासिल करने वाले हिरेन नग्गर और एक बिचौलिए एकनाथ पाटिल को सोमवार को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस इस मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले एक अप्रैल को गुड़गांव से निजी विमानन कम्पनी इंडिगो के पायलट अभिषेक कौशिक को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से लाइसेंस हासिल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने 28 मार्च को इस मामले में तीन पायलटों और एक फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था और उन्हें देश से फरार होने से रोकने के लिए सभी हवाईअड्डों तथा बंदरगाहों को सावधान कर दिया था। पुलिस इन्हें पकड़ने के लिए देशभर में तलाशी अभियान चला रही है।  पुलिस ने तीन पायलटों सैयद हबीब अली, भुपिंदर सिंह और एमडीएलआर एयरलाइंस के स्वर्ण सिंह तलवार तथा फ्लाइंग इंस्पेक्टर डी. असत्कर के खिलाफ सूचना जारी की थी। इससे पहले डीजीसीए के सहायक निदेशक प्रदीप कुमार, दूसरों को फर्जी अंक पत्र बनाने में मदद करने वाले एक पायलट प्रदीप त्यागी और उसके दो सहयोगियों पंकज जैन तथा ललित जैन को 22-25 मार्च को दिल्ली और चेन्नई से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि त्यागी ने परमिंदर कौर गुलाटी, मीनाक्षी सहगल, जेके वर्मा, स्वर्ण सिंह तलवार, सैयद हबीब अली और भुपिंदर सिंह को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लाइसेंस हासिल करने में मदद की है।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com