प्रतीकात्मक तस्वीर
झांसी:
पहले ओलावृष्टि और अब सूखे के कारण फसल बर्बाद हो गई। बैंक और साहूकारों से लिया गया कर्जा, किस प्रकार चुका पाएंगे, दिन-रात इसी चिंता में डूबे थाना मऊरानीपुर क्षेत्रांतर्गत एक किसान ने झांसी-इलाहाबाद रेल लाइन पर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
मृतक की मां ने बताया कि उसके 27 वर्षीय बेटे हीरालाल उर्फ बब्लू पुत्र हल्के कुशवाहा की 12 बीघा जमीन है। छह माह पहले हीरालाल के पिता, जिस कारण पूरे घर का भार उसके बेटे पर आ गया था। महिला ने बताया कि कई वर्षों से कुदरत की मार के आगे खेत की फसल बर्बाद हो रही थी।
खेत में फसल करने और घर के खर्च के लिए कभी क्रेडिड कार्ड से कर्जा लिया तो कभी साहूकारों से। साहूकारों और बैंक का उस पर लगभग चार लाख रुपये का कर्जा था। अभी हाल ही में कर्ज लेकर खेत में बोरिंग कराई, लेकिन किस्मत के आगे उसकी एक न चली और बोरिंग भी फेल गई। इसी चिंता में वह गुमसुम रहने लगा।
महिला ने बताया कि ताजा घटनाक्रम में उसका बेटा अचानक घर से गांव में जाने की कहकर निकला और वापस लौटकर नहीं आया। जब ग्रामीणों ने बताया कि उसके बेटे ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी है। सूचना देने के कई घंटे बाद पुलिस ने मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मृतक की मां ने बताया कि उसके 27 वर्षीय बेटे हीरालाल उर्फ बब्लू पुत्र हल्के कुशवाहा की 12 बीघा जमीन है। छह माह पहले हीरालाल के पिता, जिस कारण पूरे घर का भार उसके बेटे पर आ गया था। महिला ने बताया कि कई वर्षों से कुदरत की मार के आगे खेत की फसल बर्बाद हो रही थी।
खेत में फसल करने और घर के खर्च के लिए कभी क्रेडिड कार्ड से कर्जा लिया तो कभी साहूकारों से। साहूकारों और बैंक का उस पर लगभग चार लाख रुपये का कर्जा था। अभी हाल ही में कर्ज लेकर खेत में बोरिंग कराई, लेकिन किस्मत के आगे उसकी एक न चली और बोरिंग भी फेल गई। इसी चिंता में वह गुमसुम रहने लगा।
महिला ने बताया कि ताजा घटनाक्रम में उसका बेटा अचानक घर से गांव में जाने की कहकर निकला और वापस लौटकर नहीं आया। जब ग्रामीणों ने बताया कि उसके बेटे ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी है। सूचना देने के कई घंटे बाद पुलिस ने मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।