Farmer Protest : कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन को मजबूत कर रही हैं खाप और किसान पंचायतें?

एक तरफ नेताओं के बीच कृषि कानून (Farm Laws) पर संसद में चर्चा चल रही है दूसरी तरफ किसानों के समर्थन में जगह जगह पंचायत हो रही है.

Farmer Protest : कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन को मजबूत कर रही हैं खाप और किसान पंचायतें?

एक किसान पंचायत की तस्वीर.

नई दिल्ली:

Farmer Protest : उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश में हो रही पंचायतों से गाजीपुर बार्डर में चल रहा किसान आंदोलन लगातार मजबूत हो रहा है. एक तरफ नेताओं के बीच कृषि कानून (Farm Laws) पर संसद में चर्चा चल रही है दूसरी तरफ किसानों के समर्थन में जगह जगह पंचायत हो रही है. इन सब के बीच गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर लगातार किसान आ रहे हैं और सरकार के अगले 'दांव' का इंतजार कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि जीत हमारी ही होगी. सरकार चाहे जितना चाल खेले. क्या खाप और किसान पंचायतें कृषि कानून के खिलाफ एक कारगार रणनीति साबित हो रही है? पढ़िए, एनडीटीवी की ये खास रिपोर्ट

किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के पक्ष में हो रही लगातार पंचायतें किसानों को एक जुट कर रही है. मुजफ्फरनगर दंगों के वक्त जिस पंचायतों ने किसानों को बांटा था आज हो रही पंचायतों के चलते सौबीर सिंह, कमरुद्दीन और प्रगट सिंह जैसे लोगों को जोड़ रही है. किसानों का कहना है कि पंचायतों से राजनीतिक दल में बंटा किसान एक हो रहा है. 

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सौबीर सिंह नाम के किसान का कहना है कि मैं खुद मुजफ्फरनगर नगर का रहने वाला हूं लेकिन भाईचारा में जो फासला आया भी था अब दूर हो गई राकेश टिकैत ने भाईचारा फिर से बनाया है. दंगे के वक्त हमारा भाईचारा प्रभावित हुआ था लेकिन हम आज एक है यहां हिन्दू भी है मुसलमान भी और सिख भी। हमें बीजेपी ने बांटा था.

क्या राकेश टिकैत के पक्ष में केवल जाट ही पंचायत कर रहे हैं ? इस सवाल का जवाब जानने के लिए एनडीटीव ने अलग-अलग किसानों से बातचीत की. बिजेंदर कुमार नाम के किसान ने बताया, 'पंचायतों में किसानों को एक किया जाता है. पंचायतों में समझाया जाता कि कृषि कानून कैसे हमारे खिलाफ है. फिर जब कभी बुलाने तो कहा जाएगा तो पंचायतें एक जुट होकर आंदोलन में आ जाएंगे.'

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यूपी के बलिया रहने वाले किसान नेता मान सिंह सेंगर का कहना है, 'परसों बजट आया आप देख सकते हैं. ये नहीं चाहते किसान अपनी बेटी की शादी कर पाए. ये नहीं चाहते हैं किसान अपनी जमीन पर खेती कर पाए. हम बलिया से आए ये बताने के लिए हैं कि हम लोग किसानों के साथ है. अभी हमने प्रदर्शन भी किया है और बड़ी पंचायतें भी की है.'

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हालांकि, यूपी और हरियाणा सरकार किसानों को रोकने की कोशिश कर रही है लेकिन पंचायतों में उमड़ रही भीड़ ये दिखा रही है कि किसान आंदोलन को नई ताकत ये पंचायतें दे रही है.

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