नई दिल्ली:
एम्स में भर्ती दो साल की शिशु फलक को जानलेवा संक्रमण मस्तिष्क ज्वर (मैंनिंजाइटिस) हो गया है और वह जिंदगी और मौत से जूझ रही है लेकिन पुलिस अब भी उसके माता-पिता और उसे एक किशोरी को सौंपने वाले व्यक्ति की पहचान कर पाने में विफल रही है।
एम्स के सघन चिकित्सा कक्ष में फलक की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। चिकित्सकों ने बताया कि उसे मैनिंजाइटिस का संक्रमण हो गया है। यह दिमाग और रीढ़ की हड्डी को ढंकने वाली परतों पर बैक्टीरियाई संक्रमण होता है।
जयप्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के प्रमुख डॉ. एमसी मिश्रा ने बताया, ‘सर्जरी से उसके दिमाग से निकाले गए द्रव से इस संक्रमण का पता चला। इसी वजह से उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘उसे मैंनिंजाइटिस हो गया है। इस संक्रमण से निपटने के लिए हम एंटीबायोटिक का इसतेमाल कर रहे हैं। अगर यह सफल रहता है तो हम तत्काल दिमाग का दूसरा ऑपरेशन करेंगे और संक्रमित द्रव को बाहर निकालेंगे।’
एम्स के सघन चिकित्सा कक्ष में फलक की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। चिकित्सकों ने बताया कि उसे मैनिंजाइटिस का संक्रमण हो गया है। यह दिमाग और रीढ़ की हड्डी को ढंकने वाली परतों पर बैक्टीरियाई संक्रमण होता है।
जयप्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के प्रमुख डॉ. एमसी मिश्रा ने बताया, ‘सर्जरी से उसके दिमाग से निकाले गए द्रव से इस संक्रमण का पता चला। इसी वजह से उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘उसे मैंनिंजाइटिस हो गया है। इस संक्रमण से निपटने के लिए हम एंटीबायोटिक का इसतेमाल कर रहे हैं। अगर यह सफल रहता है तो हम तत्काल दिमाग का दूसरा ऑपरेशन करेंगे और संक्रमित द्रव को बाहर निकालेंगे।’