INS Ranvir : मुंबई नेवल डाकयार्ड में मंगलवार को एक हादसे में तीन नौसैनिकों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि आईएनएस रणवीर के अंदरूनी हिस्से में एक धमाका हुआ है, जिसमें तीन नौसैनिकों को जान गंवानी पड़ी. हालांकि इस घटना के तुरंत बाद ही बचाव कार्य शुरू किया गया. जहाज के चालक दल के सदस्यों ने तुरंत ही स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया. जहाज को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है. यह हादसा शाम 4.30 बजे पेश आय़ा. इस घटना में 11 नौसैनिक घायल भी हुए हैं. इनका इलाज चल रहा है. एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा कि पीड़ित परिवारों को जानकारी देने के बाद हताहत नौसैनिकों की पहचान सार्वजनिक कर दी जाएगी. इससे पहले मुंबई बंदरगाह पर अगस्त 2013 में बड़ी दुर्घटना हुई थी. तब आईएनएस सिंधुरक्षक में हुए धमाके में 18 नौसैनिकों की जान चली गई थी और पनडुब्बी को भारी नुकसान पहुंचा था.
खबरों के मुताबिक, पूर्वी नौसेना कमान में आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से ही तटीय इलाके में ऑपरेशनल तैनाती पर था औऱ उसे कुछ देर बाद ही तट की ओर लौटना था, तभी ये विस्फोट हुआ. इस मामले में बोर्ड ऑफ इनक्वायरी का आदेश दे दिया गया है. जहाज को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचने की खबर है. हालांकि घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि क्या घटना में कुछ अन्य नौसेना कर्मी भी घायल हुए हैं या नहीं.
इससे पहले जून 2016 में नौसेना के एयरक्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रमादित्य में बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें दो नौसैनिकों की मौत हो गई थी. गोवा के पास कारवार नौसेना के बेस पर विक्रमादित्य पर रिफिटिंग का काम चल रहा था, तभी हादसा हुआ.दुर्घटना एसटीपी सीवेज प्लांट में जहरीली गैस के रिसाव की वजह से हुआ थै. इस हादसे में 2 की मौत हुई है और चार को बचा लिया गया था.
अप्रैल 2016 में भी नौसेना के डाइविंग शिप आईएनएस निरीक्षक के हेलमेट के अंदर एक बोतल फटने से गंभीर हादसा हो गया था. दुर्घटना में तीन नौसैनिक घायल हो गए थे. जबकि गंभीर रूप से घायल एक नौसैनिक के पैर का एक हिस्सा काटना पड़ा था. जनवरी 2016 में नेवी की फास्ट इंटरसैप्टर बोट आग लगने से समुद्र में समा गई थी. जब हादसा हुआ उस वक्त बोट में छह नौसेनिक सवार थे लेकिन सबको बचा लिया गया.
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