असम के ऑइल इंडिया लिमिटेड के कुएं में बुधवार को आग लगने की एक नई घटना सामने आई है. गौरतलब है कि इस कुएं में एक महीने से अधिक समय से आग जल रही है. बुधवार को आग लगने की घटना में विस्फोट से मौके पर काम कर रहे तीन विदेशी विशेषज्ञ घायल हो गए हैं.फिलहाल पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. तिनसुकिया जिले के बागजान में कुएं नंबर 5 के पास आग लगी है. सूत्रों ने बताया कि घायल तकनीशियनों को अस्पताल ले जाया गया हैऔर उनकी हालत स्थिर है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि आग बुझाने वाले बीओपी को लगाने से पहले कुएं को खोलने के लिए रास्ते में आग लग गई. गुवाहाटी से 500 किमी दूर बागजान तिनसुकिया में तेल के कुएं में 27 मई को एक विस्फोट हुआ था और तब से गैस रिसाव हो रहा है. जिससे क्षेत्र के जनजीवन को नुकसान हो रहा है. एक गैस रिसाव की घटना के बाद कुएं में आग लगने की घटना सामने आई.
ऑयल इंडिया लिमिटेड के दो फायरफाइटर को पिछले महीने साइट के पास एक वेटलैंड में मृत पाया गया था. आग इतनी भीषण थी कि इसे 10 किमी दूर से भी देखा जा सकता था. एक अधिकारी ने कहा, "उनके शव साइट के पास एक वेटलैंड से बरामद किए गए. ऐसा माना जा रहा है कि वे पानी में कूद गए और डूब गए क्योंकि उनके शरीर पर जलने के निशान नहीं थे."
बता दें कि विदेशी विशेषज्ञों को आग बुझाने में मदद के लिए उतारा गया था. कुएं के 1.5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षा के लिए स्थानांतरित कर दिया गया है. वे तब से राहत शिविरों में रह रहे हैं. कंपनी ने विस्थापित निवासियों को 30,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. स्थानीय लोगों ने पिछले महीने तेल क्षेत्र से मुश्किल से 3 किमी दूर डिब्रू-साइकोवा नेशनल पार्क में डॉल्फिन और अन्य जलीय जीवों के शवों की तस्वीरें साझा की थीं.
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