दिल्ली पुलिस को गांधीनगर स्थित डायरेक्टोरेट ऑफ फोरेंसिक साइंस (डीएफएस) से रिपोर्ट मिल गई है जिसे सुनंदा पुष्कर के लैपटॉप और मोबाइल फोन की सामग्री जांच करने का काम सौंपा गया था। इसका विस्तृत जांच किया जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि सबूत नष्ट करने के लिए क्या उपकरणों से कुछ डिलीट किया गया था।
डीएफएस रिपोर्ट आने के साथ ही दिल्ली पुलिस की एसआईटी एक बार फिर ट्विटर, फेसबुक और ब्लैकबेरी पर इस बात के लिए दबाव डालेगी कि वह सुनंदा के सोशल मीडिया अकाउंट से संबंधित डेटा साझा करें और उन लोगों के बारे में बताए, जिनसे वह उनके माध्यम से सम्पर्क में थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा की रहस्यमय स्थिति में मौत के मामले की जांच दिल्ली पुलिस की एसआईटी ही कर रही है।
गत 20 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने गुजरात डीएफएस को दो लैपटॉप और चार मोबाइल फोन सौंपे थे ताकि उनसे डेटा रिकवर किया जा सके। दिल्ली पुलिस आयुक्त बी.एस. बस्सी ने कहा, ‘‘हमने डेटा रिकवर करने के लिए कुछ उपकरण फोरेंसिक साइंस प्रयोगशाला भेजा था। उन लोगों ने डेटा रिकवर कर लिया है और हमें उपकरण व एक विस्तृत रिपोर्ट भेजी है। इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद अपर कुछ ऐसी चीज सामने आती है, जिसके लिए हमें किसी व्यक्ति से स्पष्टीकरण करने की जरूरत हो तो निश्चित तौर पर किया जाएगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो निश्चित तौर पर वैसा नहीं किया जा सकता।
बस्सी ने कहा, 'हमें एक हफ्ते पहले यह उपकरण और रिपोर्ट मिली थी, अब हम उस डेटा की जांट कर रहे हैं। काफी ज्यादा डेटा है और उसकी जांच करने में समय लगेगा।' एसआईटी को ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया साइटों से अभी तक वांछित जानकारी नहीं मिली है।
बस्सी ने कहा, 'हम ट्विटर, फेसबुक और ब्लैकबेरी से प्रक्रिया में तेजी लाने और हमें वह सूचना मुहैया कराने के लिए कहेंगे जो हमने उनसे मांगी है। हम डिलीट की गई सूचना का विश्लेषण करेंगे और यह देखेंगे कि उसे नियमित प्रक्रिया के तहत डिलीट किया गया था या ऐसा खराब नीयत से किया गया था।' दिल्ली पुलिस अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई से उस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे कि उस जहर के बारे में पता चल सके जिससे सुनंदा की मौत हुई थी।
जांचकर्ताओं ने तब विसरा नमूने अमेरिका भेजे थे, जब एम्स के डॉक्टरों ने कहा जिस जहर से सुनंदा की मौत हुई, उसकी पहचान के लिए भारतीय प्रयोगशालाओं में सुविधा उपलब्ध नहीं है। एम्स के डॉक्टरों ने मौत का कारण 'विषाक्तता' बताया था। यह इस मामले में अब तक की सबसे बड़ी पहेली बनी हुई है, क्योंकि उस जहर का पता नहीं चल पाया, जिससे उनकी मौत हुई। इसके साथ ही यह भी नहीं पता चल पाया है कि वह सुनंदा के शरीर में कैसे आया।
सुनंदा की गत वर्ष जनवरी में पांच सितारा होटल में मौत होने से एक दिन पहले उनका तरार के साथ ट्विटर पर झगड़ा हुआ था। यह झगड़ा तरार की थरूर के साथ कथित घनिष्ठता को लेकर हुआ था। थरूर के साथ पिछले महीने तीन बार पूछताछ हुई जो कि आईपीएल विवादों पर केंद्रित थी। यह विवाद 2010 में तब सामने आया था जब थरूर विदेश राज्य मंत्री थे।
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