पेड़ों की कटाई को लेकर अमृता फडणवीस और प्रियंका चतुर्वेदी आए आमने-सामने.
खास बातें
- ट्विटर पर भिड़ीं अमृता फडणवीस और प्रियंका चतुर्वेदी
- अमृता ने शिवसेना को 'पाखंडी' बताकर निशाना साधा
- प्रियंका ने कहा- 'अनिवार्य रूप से झूठ बोलना बड़ी बीमारी'
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता और शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka chaturvedi) के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग देखने को मिली. अमृता फडणवीस (Amruta Fadnavis) ने मीडिया में आई उन खबरों को लेकर शिवसेना को 'पाखंडी' बताकर निशाना साधा, जिनमें कहा गया कि औरंगाबाद में बाला साहेब ठाकरे का स्मारक बनाने के लिए करीब 1000 पेड़ों को गिराने की जरूरत होगी. एक खबर की तस्वीर पोस्ट करते हुए अमृता फडणवीस ने ट्वीट किया, 'पाखंड एक बीमारी है. जल्दी ठीक हो जाओ शिवसेना. पेड़ों की कटाई- अपनी सुविधा से या सिर्फ तब जब आपको कमीशन मिले तब इजाजत देना- माफी योग्य अपराध नहीं है.' इसे लेकर प्रियंका चतुर्वेदी ने अमृता फडणवीस के साथ-साथ महाराष्ट्र बीजेपी पर भी निशाना साधा.
प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka chaturvedi) ने अमृता फडणवीस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, 'आपको निराश करने के लिए खेद है, लेकिन सच्चाई यह है कि स्मारक के लिए एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा, मेयर ने भी इसकी पुष्टि की है. इसके अलावा मैं यह भी स्पष्ट कर दूं कि अनिवार्य रूप से झूठ बोलना बड़ी बीमारी है, जल्द ठीक हो जाइये, पेड़ों को काटने के लिए कमीशन महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं द्वारा प्रैक्टिस की जाने वाली नई पॉलिसी है.'
उधर, औरंगाबाद के महापौर नंदकुमार घोडेले ने एक बयान में दावा किया कि प्रशासन ठाकरे स्मारक के लिए पेड़ों को काटने की इजाजत नहीं देगा. उन्होंने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि स्मारक के निर्माण के लिए कोई पेड़ न काटा जाए.' उनका यह संदेश शिवसेना कम्युनिकेशन @शिवसेना कॉम्स, ट्विटर हैंडल से जारी किया गया जो ठाकरे के नेतृत्व वाले दल के संचार प्रकोष्ठ का आधिकारिक ट्विटर हैंडल है.
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बता दें कि शिवसेना ने मुंबई के आरे कॉलोनी में पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं का हवाला देकर मेट्रो कोच रखरखाव के लिए पेड़ों को काटने की इजाजत देने से इनकार कर दिया था और उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले अहम फैसलों में से एक के तहत इसके काम पर रोक लगा दी थी.
(इनपुट: भाषा से भी)