एनडीटीवी से बातचीत करते जनरल वीके सिंह
नई दिल्ली:
पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा कि राजनीति में आने का उनका कोई इरादा नहीं है और न ही कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी के खिलाफ चुना लड़ने की कोई योजना है।
एनडीटीवी से बात करते हुए जनरल सिंह ने सेवानिवृत्त सैनिकों के कल्याण के लिए काम करने की योजनाओं पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों को भी वोट बैंक बनना होगा। जनरल सिंह का मानना है कि जब पूर्व फौजी वोट बैंक बनेंगे, तब उनकी आवाज की सुनवाई भी होगी। जहां तक चुनाव लड़ने की बात है, यह दूर-दूर तक नहीं है।
उन्होंने मीडिया की इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया कि भाजपा के सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनाव लड़ने के प्रस्ताव पर वह विचार कर रहे हैं।
उनका कहना है कि वह कांग्रेस पार्टी के विरोधी नहीं है, उन्होंने कहा, कि मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, मैं बेहतर भारत के पक्ष में हूं।
जनरल सिंह ने अपने ऊपर लगे फंड के दुरुपयोग की बात से भी इनकार किया। यह आरोप उनपर टीएसडी (टेक्नीकल सपोर्ट डिविजन) के संबंध में लगे थे। इस डिविजन को अब बंद कर दिया गया है। कहा जा रहा था कि सेना की यह इकाई राजनेताओं की जासूसी करती थी।
उन्होंने कहा कि टीएसडी रक्षामंत्री के निर्देश पर बनाई गई थी और मेरे पूर्ववर्ती सेना प्रमुख ने इसके स्थापना का काम शुरू किया था। मेरे कार्यकाल में इसका अनुपालन किया गया। इसका गठन सेना को सीमा पर किसी मुसीबत के समय मदद के लिए किया गया था। उन्होंने कहा कि इसके बंद करने का असर देश की सीमा पर हो रही गतिविधियों पर पड़ेगा।
जनरल वीके सिंह फिलहाल सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। दोनों ने मिलकर जनतंत्र मोर्चा का गठन किया है।
एनडीटीवी से बात करते हुए जनरल सिंह ने सेवानिवृत्त सैनिकों के कल्याण के लिए काम करने की योजनाओं पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों को भी वोट बैंक बनना होगा। जनरल सिंह का मानना है कि जब पूर्व फौजी वोट बैंक बनेंगे, तब उनकी आवाज की सुनवाई भी होगी। जहां तक चुनाव लड़ने की बात है, यह दूर-दूर तक नहीं है।
उन्होंने मीडिया की इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया कि भाजपा के सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनाव लड़ने के प्रस्ताव पर वह विचार कर रहे हैं।
उनका कहना है कि वह कांग्रेस पार्टी के विरोधी नहीं है, उन्होंने कहा, कि मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, मैं बेहतर भारत के पक्ष में हूं।
जनरल सिंह ने अपने ऊपर लगे फंड के दुरुपयोग की बात से भी इनकार किया। यह आरोप उनपर टीएसडी (टेक्नीकल सपोर्ट डिविजन) के संबंध में लगे थे। इस डिविजन को अब बंद कर दिया गया है। कहा जा रहा था कि सेना की यह इकाई राजनेताओं की जासूसी करती थी।
उन्होंने कहा कि टीएसडी रक्षामंत्री के निर्देश पर बनाई गई थी और मेरे पूर्ववर्ती सेना प्रमुख ने इसके स्थापना का काम शुरू किया था। मेरे कार्यकाल में इसका अनुपालन किया गया। इसका गठन सेना को सीमा पर किसी मुसीबत के समय मदद के लिए किया गया था। उन्होंने कहा कि इसके बंद करने का असर देश की सीमा पर हो रही गतिविधियों पर पड़ेगा।
जनरल वीके सिंह फिलहाल सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। दोनों ने मिलकर जनतंत्र मोर्चा का गठन किया है।
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