कालेधन के खिलाफ ED का बड़ा ऑपरेशन, 16 राज्यों में एक साथ 300 कंपनियों पर छापेमारी

कालेधन के खिलाफ ED का बड़ा ऑपरेशन, 16 राज्यों में एक साथ 300 कंपनियों पर छापेमारी

काले धन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की बड़ी कार्रवाई.

खास बातें

  • प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत ईडी की कार्रवाई
  • देश के 16 राज्यों में 300 कंपनियों के 100 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी
  • छापेमारी से नेताओं के बीच भी हड़कंप है.
नई दिल्ली:

मोदी सरकार के ऑपरेशन ब्लैकमनी के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ई़डी)ने शनिवार देश के 16 राज्यों में 300 से ज्यादा शैल कंपनियो और एंट्री ऑपरेटरों पर फेमा और मनी लांड्रिग एक्ट के तहत छापेमारी की. छापेमारी में मुंबई में एक शख्स के पास 700 शैल कंपनियो का पता चला.

इसके अलावा जिन कंपनियो पर छापा मारा गया उनमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता छगन भुजबल, नेता जगन मोहन रेड्डी और नोएडा अथॉरिटी के पूर्व प्रमुख अभियंता यादव सिंह की कंपनियो में एट्री देने वाली शैल कंपनियां भी शामिल हैं. देर शाम तक चली छापेमारी में अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा रही थी.

नोटबंदी के बाद काले धन पर ये मोदी सरकार की देश में सबसे बड़ी स्ट्राइक है जिसमें देशभर के 16 राज्यों में 100 से ज्यादा ठिकानों पर ईडी के चार सौ से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक साथ छापेमारी शुरू की. छापेमारी जैसे-जैसे आगे बढ़ी अनेक राज खुल कर सामने आने लगे.

मुंबई के अंधेरी इलाके में जगदीश प्रसाद पुरोहित नाम के एंट्री ऑपरेटर के यहां छापेमारी की गई तो पता चला कि एक ही पते पर 700 से ज्यादा शैल कंपनियां दर्ज हैं, जो सारी की सारी पुरोहित की बताई गई और पुरोहित इन कंपनियों को 20 तथाकथित निदेशकों के जरिए चलाता था. अब भी उसके पास 200 से ज्यादा कंपनियां बताई गई हैं. ईडी के मुताबिक पुरोहित ही वह शख्स है जिसने एनसीपी नेता छगन भुजबल को 46 करोड़ रुपये से ज्यादा की एंट्री की है.

शैल कंपनियों पर पड़े इस छापे के दौरान ईडी की टीम गाजियाबाद भी पहुंची और उसने यादव सिंह से जुड़ी शैल कंपनियों और उससे जुडे़ लोगों पर छापेमारी की. जिन लोगों पर छापेमारी की गई उनमें हरियाली ट्रेवलर्स प्राइवेट लिमिटेड, मीता माहेश्वरी, हिताची र्किएशन, आनंद बिल्डटेक ,डीएसएम एंड एसोसिएट आदि शामिल हैं.

इस छापेमारी के दौरान ईडी ने जानकारी जुटाई कि यादव सिंह और उससे जुड़ी शैल कंपनियों से किस-किस हस्ती ने फायदा उठाया है. इस मामले में आयकर विभाग की जांच के दौरान सपा नेता अक्षय यादव और  क्रिकेटर कपिल देव के नाम सामने आ चुके हैं.

ईडी ने दिल्ली मुंबई, कोलकाता, चंडीगढ़ ,उत्तर प्रदेश, पटना, कोच्चि, हैदराबाद ,चेन्नई ,रांची आदि जगहों पर छापेमारी की और इसमें राजेश्वर एक्सपोर्ट नाम की वह कंपनी भी शामिल है जिसने इम्पोर्ट के नाम पर 1400 करोड़ रुपये विदेश भेजे थे. इसके अलावा नेता जगन मोहन रेड्डी से जुड़ी शैल कंपनियों, एनआरएचएम स्कैम में शामिल तथा इंडियन बैंक घोटाले केस से जुड़ी शैल कंपनियों पर भी छापा मारा गया.


 


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