
फाइल फोटो
- मणिपुर के लेसंग गांव का नाम देश के हर शख्स की ज़ुबान पर है
- NDTV ने गांव वालों के साथ पूरा एक दिन बिताया
- लेसंग गांव में बिजली पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने किया था ट्वीट
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उत्तर प्रदेश में 1 करोड़ 31 लाख घरों में आज तक नहीं पहुंची बिजली, कैसे पूरी होगी पीएम मोदी की दी डेडलाइन
चममचामते बिजली बल्वों से घरों की महिलाओं की खुशी का ठिकाना नहीं है, बिजली आने के बाद टेलीविजन ने उनके लिये दुनिया के दरवाज़े खोल दिये हैं लेकिन साफ पानी के लिये उनकी चिंता बरकरार है. झरना मौसम के हिसाब से बहता है, आजकल पानी गंदा मिल रहा है. लेसंग में बिजली आ गई है. हर गांव को बिजली पहुंचाने की प्रधानमंत्री की परियोजना में ये मील का पत्थर है. लेसंग 1972 में बसा और 40 परिवारों के साथ. अब यहां सिर्फ 14 परिवार हैं. बाकी परिवार नीचे की तरफ चले गये क्योंकि गांव तक सड़क नहीं है. पत्थर की जो सड़क है वो मॉनसून के दौरान चलने लायक नहीं रह जाती है.
बिजली के क्षेत्र में जो कहा, वह करके दिखाया : नीतीश कुमार
बिजली आने से गांव के लोगों को काफी संतोष मिला है, अब उनकी आंखों में नया सपना है. गांव का सबसे नज़दीकी हाईस्कूल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तकरीबन 10 किलोमीटर दूर है. पैदल जाने में एक घंटे से ज़्यादा का वक्त लगता है, लेकिन मॉनसून के दौरान तो जाना एकदम असंभव हो जाता है. शायद लेसंग अकेला ऐसा गांव नहीं है. तमाम ऐसे गांव हैं जहां बिजली के बल्व तो टिमटिमा रहे हैं लेकिन दूसरी सुविधाएं अंधेरे में हैं.
VIDEO: लेसंग गांव में बिजली तो पहुंची, सड़क का इंतजार
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