मुंबई:
मुंबई के आसमान में एक बार फिर ड्रोन उड़ने की खबर ने शहर की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिये हैं। हालांकि मामले में 2 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने दावा किया है कि ड्रोन को उड़ाने वाले एक प्रॉपर्टी वेबसाईट के कर्मचारी हैं जो अपनी प्रॉपर्टी का एरियल व्यू ले रहे थे।
लेकिन बड़ी बात ये है कि ड्रोन तकरीबन 25 मिनट तक हवा में था और 50 से 60 फुट की ऊंचाई पर लेकिन मुंबई पुलिस को भनक तक नहीं लगी। वो तो टाटा इंस्ट्यिुट ऑफ सोशल साईंस के प्रोफेसर की ड्रोन पर नजर पड़ गई और उन्होंने पुलिस को सूचित कर दिया।
प्रोफेसर के मुताबिक सोमवार की दोपहर उन्होंने इंस्टीट्यूट के पास एक ड्रोन को उड़ते देखा। थोड़ी देर बाद ड्रोन उड़ाने वाले एक कार में बैठ कर चले गये। जहां ड्रोन उड़ रहा था वो जगह भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर के पास थी इसलिये प्रोफेसर ने ऐहतियातन अपने मोबाईल से ड्रोन का वीडियो शूट कर लिया। और कार का भी नंबर नोट कर पुलिस को सूचित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई क्योंकि शहर में बिना पुलिस की इजाजत के ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी है।
कार के नंबर के आधार पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया और उस ड्रोन को भी जब्त कर लिया। डीसीपी संग्राम सिंह निशानदार के मुताबिक ड्रोन से खींची गई तस्वीर का अध्ययन किया जा रहा है।
पिछले साल इसी तरह एक पिज्जा कंपनी ने पिज्जा डिलीवरी के लिए ड्रोन के इस्तेमाल का दावा किया था और एक प्रमोशन फ़िल्म भी बनाई थी। तब भी पुलिस को मीडिया के जरिये जानकरी मिली थी और पुलिस ने जांच कर उस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी।
अभी पिछले महीने ही मुंबई एयरपोर्ट के ऊपर से पैराशूट उड़ने की खबर ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिए थे। बाद में जांच में पता चला कि वो पैराशूट नहीं गुब्बारों के गुच्छे थे जिन्हें एक इवेंट कंपनी ने उड़ाये थे। उस मामले में इवेंट कंपनी के 2 लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी।
लेकिन बड़ी बात ये है कि ड्रोन तकरीबन 25 मिनट तक हवा में था और 50 से 60 फुट की ऊंचाई पर लेकिन मुंबई पुलिस को भनक तक नहीं लगी। वो तो टाटा इंस्ट्यिुट ऑफ सोशल साईंस के प्रोफेसर की ड्रोन पर नजर पड़ गई और उन्होंने पुलिस को सूचित कर दिया।
प्रोफेसर के मुताबिक सोमवार की दोपहर उन्होंने इंस्टीट्यूट के पास एक ड्रोन को उड़ते देखा। थोड़ी देर बाद ड्रोन उड़ाने वाले एक कार में बैठ कर चले गये। जहां ड्रोन उड़ रहा था वो जगह भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर के पास थी इसलिये प्रोफेसर ने ऐहतियातन अपने मोबाईल से ड्रोन का वीडियो शूट कर लिया। और कार का भी नंबर नोट कर पुलिस को सूचित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई क्योंकि शहर में बिना पुलिस की इजाजत के ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी है।
कार के नंबर के आधार पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया और उस ड्रोन को भी जब्त कर लिया। डीसीपी संग्राम सिंह निशानदार के मुताबिक ड्रोन से खींची गई तस्वीर का अध्ययन किया जा रहा है।
पिछले साल इसी तरह एक पिज्जा कंपनी ने पिज्जा डिलीवरी के लिए ड्रोन के इस्तेमाल का दावा किया था और एक प्रमोशन फ़िल्म भी बनाई थी। तब भी पुलिस को मीडिया के जरिये जानकरी मिली थी और पुलिस ने जांच कर उस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी।
अभी पिछले महीने ही मुंबई एयरपोर्ट के ऊपर से पैराशूट उड़ने की खबर ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिए थे। बाद में जांच में पता चला कि वो पैराशूट नहीं गुब्बारों के गुच्छे थे जिन्हें एक इवेंट कंपनी ने उड़ाये थे। उस मामले में इवेंट कंपनी के 2 लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी।
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