देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमित लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए 'डॉक्टर्स ऑन व्हील्स' सुविधा शुरू की गई है. दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारे में शनिवार को इस सुविधा को शुरू किया गया. इसके लिए तीन संगठन साथ आए हैं. इस मुहिम के तहत, अगले तीन महीने में पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई गांवों में ये गाड़ी जाएगी और लोगों को मुफ्त में दवाइयां और सलाह दी जाएगी.
इस बस में एक डॉक्टर और दो पैरा मेडिकल स्टाफ भी होगा. इस मुहिम के जरिये हर महीने 10 लाख लोगों को इलाज मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है. इस स्टार्टअप का नाम DoctCo है. लंग केयर फाउंडेशन और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने मिलकर इस पहल को शुरू किया है.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव हरमीत सिंह कालका ने कहा, "हम चिकित्सा सामग्रियों की आपूर्ति करके लोगों की मदद करेंगे. इतने सारे गांवों को कवर करना और लाखों लोगों तक पहुंचना एक बड़ा काम है. महामारी के दौर में गुरुद्वारा कमेटी लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहा है और हम ऐसा करते रहेंगे."
DoctCo के फाउंडर निमित अग्रवाल ने कहा, "डॉक्ट-को एक स्टार्टअप है, जो कि छोटे शहरों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का काम करती है. हमारे प्रतिनिधि जब अलीगढ़ के गांव में जा रहे थे तो हमें पता चला कि वहां पर न डॉक्टर हैं न इलाज हैं तो हमने इस पहल को शुरू करने का फैसला किया." उन्होंने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री ने कहा था कि 'जहां बीमारी, वहां इलाज' इसलिए हम यह मोबाइल सिस्टम लेकर आए हैं."
डॉक्टर ऑन व्हील्स मुहिम के तहत चलाने वाली यह बस थर्मल स्कैनर,ऑक्सीमीटर,ईसीजी मशीन और अन्य चिकित्सा उपकरणों से लैस है. गाड़ी में मौजूद स्टाफ लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग करेगा और शुरुआती कोविड लक्षणों वाले मरीजों के लिए बुनियादी उपचार लिख सकते हैं.
अग्रवाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों को कवर करने के लिए इस तरह की 10 और बसें चलाने की योजना है.
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