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This Article is From Nov 08, 2020

नोटबंदी ने 4 साल पहले अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया, हमें मिलकर फिर भारत को बनाना है : राहुल गांधी

Rahul Gandhi ने तर्क दिया कि सवाल यह है कि बांग्लादेश की इकोनॉमी कैसे भारत की अर्थव्यवस्था से आगे बढ़ गई. जबकि एक वक्त था जब भारतीय अर्थव्यवस्था सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाली अर्थव्यवस्था में से एक थी.

नोटबंदी ने 4 साल पहले अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया, हमें मिलकर फिर भारत को बनाना है : राहुल गांधी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार साल पहले 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी
नई दिल्ली:

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने नोटबंदी (Demonetization) के चार साल पूरे होने पर केंद्र सरकार पर फिर हमला बोला है. उन्होंने रविवार को एक ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा, नोटबंदी की गहरी चोट ने अर्थव्यवस्था (Economy) को बर्बाद कर दिया. इसके जरिये कुछ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचा गया. मोदी ने भारत का गौरव-उसकी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया और हमें मिलकर पुनः भारत बनाना है.कांग्रेस नोटबंदी की चौथी वर्षगांठ को “विश्वासघात दिवस” के तौर पर मना रही है.

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राहुल गांधी ने कहा कि चार साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के कदम का मकसद कुछ उद्योगपति मित्रों  की मदद करना था और इसने भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया. राहुल गांधी और कांग्रेस (Congress) पार्टी लगातार यह कहती रही है कि 2016 में की गई नोटबंदी लोगों के हित में नहीं थी. इससे अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर पड़ा है. हालांकि सरकार ने इन आरोपों का पुरजोर खंडन किया है.नोटबंदी के विरोध में कांग्रेस के ऑनलाइन अभियान 'स्पीक अप एगेंस्ट डिमो डिजास्टर' के तहत एक वीडियो में राहुल गांधी ने यह प्रतिक्रिया दी.

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बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था का उदाहरण दिया
राहुल गांधी (Rahul Gandhi)ने तर्क दिया कि सवाल यह है कि बांग्लादेश की इकोनॉमी कैसे भारत (India) की अर्थव्यवस्था से  आगे बढ़ गई. जबकि एक वक्त था जब भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाली अर्थव्यवस्था में से एक थी. कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार कोविड को इसकी वजह बताया है. लेकिन कोविड (Covid-19) बांग्लादेश (Bangladesh) और विश्व में अन्य जगह भी है. कोविड की बजाय नोटबंदी और जीएसटी इसकी वजह है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, “नोटबंदी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था पर एक हमला किया था. उन्होंने किसानों, श्रमिकों और छोटे दुकानदारों को नुकसान पहुंचाया था.

उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया गया
राहुल के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि अर्थव्यवस्था को इससे दो फीसदी का नुकसान होगा और ऐसा हुआ भी.” यह काले धन के खिलाफ लड़ाई है.राहुल गांधी ने आरोप लगाया, “प्रधानमंत्री आपका पैसा लेकर 2-3 उद्योगपति मित्रों को देना चाहते थे. आपने अपना पैसा बैंकों में रखा और प्रधानमंत्री मोदी ने उसे अपने दोस्तों को दिया और उन्हें 3,50,000 करोड़ रुपये की कर्ज माफी दी.” कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मोदी ने “गलत जीएसटी” लागू किया. इससे छोटे और मझोले कारोबार बर्बाद हो गए.”

तीन नए कृषि कानून की मार
कांग्रेस नेता ने कहा, “अब किसानों को तीन नए कृषि कानूनों के जरिए निशाना बनाया जा रहा है जो किसानों को खत्म कर देंगे.” आठ नवंबर 2016 को रात आठ बजे प्रधानमंत्री मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को उसी दिन आधी रात से बंद करने की घोषणा की थी. इनकी जगह 500 और 2000 रुपये के नए नोट लाने की घोषणा की गई थी.

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