दिल्ली हिंसा मामले में अब तक हुई जांच में पाया गया है कि दोनों समुदायों में कुछ वाट्सऐप ग्रुप बनाए गए थे. इनमें वीडियो डाल कर लोगों को भड़काया गया और भड़काऊ मैसेज फॉरवर्ड किए गए थे. इसके अलावा पथराव किस इलाके में करना है इसको भी इन ग्रुप के जरिए बताया जा रहा था. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 50 से ज्यादा मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं. वहीं छानबीन में पता चला है कि उत्तर प्रदेश सीमा यानी यूपी बॉर्डर से भी देसी कट्टों का इंतजाम किया गया था और हिंसा में इनका जमकर इस्तेमाल किया गया है. वाट्सएप ग्रुप का इस्तेमाल करके स्थानीय लोगों ने यूपी बॉर्डर से अपराधियों को भी बुलाया. फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज में स्थानीय नेताओं को भी तलाश रही है. साइबर सेल फेसबुक और ट्विटर के जरिए लोकेशन की भी तलाश कर रही है. पुलिस को यह भी पता चला है कि कुछ लोकल गैंग भी इस हिंसा में सक्रिय थे. पुलिस जांच के साथ-साथ कानून व्यवस्था को बनाए रखने में भी फोकस कर रही है.
दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) पर आरोप लग रहा है कि हिंसा भड़काने में उनका हाथ है. हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस अफसर अंकित शर्मा के परिजनों ने कथित तौर पर Tahir Hussain पर हत्या करने का आरोप लगाया है. ताहिर पर यह भी आरोप लग रहा है कि 25 फरवरी को उनके चांदबाग स्थित घर से उपद्रवियों ने लोगों पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके. ताहिर इससे इंकार करते रहे लेकिन अब जो एक वीडियो सामने आया है, उसमें उनके घर की छत पर काफी मात्रा में पत्थर और पेट्रोल बम मिले हैं.
आपको बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में लगातार तीन दिनों तक हुई हिंसा में अब तक 34 लोगों की मौत हो गई है. आज सुबह पांच घायलों ने दम तोड़ा है. वहीं 2 शव बरामद किए गए हैं. 200 से ज़्यादा लोग अस्पताल में हैं, जिनमें कुछ लोगों की हालत काफ़ी गंभीर बताई जा रही है. हिंसा को लेकर अलग-अलग थानों में 18 एफ़आईआर दर्ज की गई है और 130 उपद्रवियों को गिरफ़्तार किया गया है.
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