जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पूर्व छात्रों के संगठन के अध्यक्ष को फरवरी में उत्तरपूर्वी दिल्ली में दंगे के सिलसिले में UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया है.अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि शिफा-उर-रहमान जामिया समन्वय समिति का सदस्य भी है और दंगों में कथित संलिप्तता के लिए उस पर अवैध गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया था. उसे रविवार की रात को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने गिरफ्तार किया था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘हमारे पास उसके खिलाफ तकनीकी साक्ष्य थे जिससे पता चलता है कि दंगों के समय उसने भीड़ को उकसाया. दंगा प्रभावित क्षेत्रों से जुटाए गए सीसीटीवी फुटेज में भी वह दिखा. हमने उसके फोन रिकॉर्ड और व्हाट्सएप संदेश भी जांच किए हैं जिससे पता चलता है कि दंगों में उसकी संलिप्तता थी.''
Delhi Police Special Cell has arrested one Shifa-Ur-Rehman in connection with North East Delhi riots case, his questioning is underway: Delhi Police
— ANI (@ANI) April 27, 2020
पुलिस के मुताबिक उसे नगर की एक अदालत में पेश किया गया जिसने उसे मामले के सिलसिले में पूछताछ के लिए दस दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा है.दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने सांप्रदायिक दंगों में कथित संलिप्तता के लिए अभी तक दस लोगों को गिरफ्तार किया है.
इससे पहले जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र मीरान हैदर और शफूरा जरगर को सांप्रदायिक दंगे भड़काने में कथित षड्यंत्र रचने के लिए इस अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने प्राथमिकी में दावा किया है कि सांप्रदायिक हिंसा ‘‘पूर्वनियोजित षड्यंत्र' था जिसे जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद और दो अन्य ने रचा था.
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