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This Article is From Feb 11, 2020

Delhi Results 2020: दिल्‍ली में AAP की हैट्रिक, नहीं चल पाया BJP का कोई भी 'पैंतरा'- कांग्रेस का फिर सूपड़ा साफ

Delhi Election Results 2020: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर परचम लहराया है. दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को 62 सीटें मिली हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) सिर्फ 8 सीटों पर सिमटकर रह गई. दूसरी तरफ कांग्रेस (Congress) का एक बार फिर सूपड़ा साफ हो गया और वह कोई भी सीट नहीं जीत सकी.

Delhi Results 2020: दिल्‍ली में AAP की हैट्रिक, नहीं चल पाया BJP का कोई भी 'पैंतरा'- कांग्रेस का फिर सूपड़ा साफ
Delhi Election Results 2020: दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने लगाई 'हैट्रिक'
नई दिल्ली:

Delhi Election Results 2020: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर परचम लहराया है. दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को 62 सीटें मिली हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) सिर्फ 8 सीटों पर सिमटकर रह गई. दूसरी तरफ कांग्रेस (Congress) का एक बार फिर सूपड़ा साफ हो गया और वह कोई भी सीट नहीं जीत सकी. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की यह हैट्रिक है और उसने दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है. हालांकि आम आदमी पार्टी को 2015 के मुकाबले में 5 सीटों का नुकसान हुआ है, वहीं भारतीय जनता पार्टी को इतनी सीटों का फायदा हुआ है.

अरविंद केजरीवाल की BJP पर शानदार जीत के 10 बड़े कारण

पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 67, जबकि BJP ने 3 सीटें जीती थी. जीत के बाद अरविंद केजरीवाल ने समर्थकों और दिल्लीवासियों को शुक्रिया कहा तो वहीं, दिल्ली कांग्रेस प्रमुख सुभाष चोपड़ा ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया. बीजेपी ने भी कहा कि पार्टी दिल्ली के लोगों द्वारा दिए गए जनादेश को स्वीकार करती है और वह सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी. 
 

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नई दिल्ली सीट से जीत का प्रमाणपत्र लेते अरविंद केजरीवाल.


AAP को मिले 53.57% वोट, BJP का मत प्रतिशत बढ़ा
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में करीब 54 प्रतिशत मत हासिल किए हैं, जबकि BJP को 38.51 फीसदी वोट मिले हैं. वहीं, कांग्रेस ने चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन किया है और उसका मत प्रतिशत गिरकर चार फीसदी पर आ गया. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 'आप' को दिल्ली विधानसभा चुनाव में 53.6 प्रतिशत वोट मिले हैं.
 

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पार्टी को 2015 के विधानसभा चुनाव में 54.34 फीसदी मत मिले थे. दूसरी तरफ, भाजपा ने अपनी सीटों की संख्या तीन से बढ़ाकर 8 की है. भगवा दल को राष्ट्रीय राजधानी में 38.5 फीसदी वोट मिले हैं, जो पिछली बार की तुलना में छह फीसदी ज्यादा हैं. वहीं, कांग्रेस का मत प्रतिशत 2015 में 9.65 फीसदी था और 2020 में पार्टी को मात्र 4.27 प्रतिशत वोट मिले हैं. दिल्ली में 0.46 प्रतिशत लोगों ने नोटा को वोट दिया है.

कांग्रेस के 63 प्रत्याशियों की जमानत जब्त
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस ने अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया है. कांग्रेस के 63 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली में 15 साल तक शासन करने वाली कांग्रेस लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव में एक भी सीट जीतने में नाकाम रही है. पार्टी के तीन उम्मीदवार- गांधी नगर से अरविंदर सिंह लवली, बादली से देवेंद्र यादव और कस्तूरबा नगर से अभिषेक दत्त- ही अपनी जमानत बचा पाए हैं. बता दें कि अगर किसी उम्मीदवार को निर्वाचन क्षेत्र में डाले गए कुल वैध मतों का छठा भाग नहीं मिलता है, तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है. कांग्रेस के अधिकतर प्रत्याशियों को पांच प्रतिशत से भी कम वोट मिले हैं.

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'BJP ने दो साल में गंवाए सात सूबे'
दिल्ली के साथ ही भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) पिछले दो साल में सात राज्यों में सत्ता गंवा चुका है. पिछली बार दिल्ली में महज 3 सीटें जीतने वाली भाजपा को इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन 21 साल बाद भाजपा की दिल्ली की सत्ता में आने की उम्मीदें टूट गईं. दिल्ली समेत 12 राज्यों में अभी भी भाजपा विरोधी दलों की सरकारें हैं. राजग की 16 राज्यों में ही सरकार है. कांग्रेस खुद के बूते या गठबंधन के जरिए महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, पुडुचेरी में सत्ता में है. दिसंबर में हुए चुनाव में झारखंड में सरकार बनने के बाद कांग्रेस की 7 राज्यों में सरकार है.

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हार की जिम्मेदारी लेते हुए सुभाष चोपड़ा ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

दिसंबर, 2017 में NDA बेहतर स्थिति में था. भाजपा और उसके सहयोगी दलों के पास 19 राज्य थे. एक साल बाद भाजपा ने तीन राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में सत्ता गंवा दी. यहां अब कांग्रेस की सरकारें हैं. चौथा राज्य आंध्र प्रदेश है, जहां भाजपा-तेदेपा गठबंधन की सरकार थी. मार्च 2018 में तेदेपा ने भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया. साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां वाईएसआर कांग्रेस ने सरकार बनाई. पांचवां राज्य महाराष्ट्र है, जहां चुनाव के बाद शिवसेना ने राजग का साथ छोड़ा और हाल ही में कांग्रेस-राकांपा के साथ सरकार बना ली. अब दिल्ली ने एक बार फिर भाजपा को निराश किया है.

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PM ने केजरीवाल को दी बधाई
'आप' की प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी (AAP) और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को बधाई दी. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के लिए आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को बधाई. मैं दिल्ली के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को बधाई के लिए धन्यवाद कहा. अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, 'आपका शुक्रिया सर. मैं आशा करता हूं दिल्ली को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाने की दिशा में साथ मिलकर काम करेंगे.

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'दिल्ली वालों आपने गजब कर दिया, आई लव यू'
राष्ट्रीय राजधानी में 'आप' मुख्यालय में जश्न में डूबे समर्थकों और पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली वालों आपने गजब कर दिया. आई लव यू.' नई दिल्ली सीट से जीतने वाले केजरीवाल ने कहा, 'यह उन सभी और हर परिवार की जीत है, जिन्होंने मुझे अपना बेटा माना और इतना बड़ा जनादेश दिया. आज दिल्ली वालों ने एक नई राजनीति को जन्म दिया काम की राजनीति.' बाद में, केजरीवाल अपने परिवार और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ कनॉट प्लेस के पास प्रसिद्ध हनुमान मंदिर गए. 

VIDEO: दिल्ली में फिर लहराया AAP का परचम, केजरीवाल का किला बरकरार

(इनपुट:एजेंसियों से भी)

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