दिल्ली पुलिस (Delhi Police) क्राइम ब्रांच ने शाहीन बाग के एक कारोबारी से 50 लाख रुपये की फिरौती (Extortion Money) मांगने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों की पहचान मोइन और आदिल के तौर पर हुई है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि ये दोनों अपने आप को तिहाड़ में बंद दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवानिया और हासिम बाबा का गुर्गे बता कर फिरौती की मांग कर रहे थे.
दरअसल, दिल्ली पुलिस को शाहीन बाग थाने में एक व्यापारी (Shaheenbagh businessman) ने 13 फरवरी को एक शिकायत दी थी कि उसको 6 फरवरी को शाम 7 बजकर 59 मिनट पर तिहाड़ जेल से एक कॉल आया है. इसमें युवकों ने अपने आप को नीरज बवानिया गिरोह का गुर्गा बताकर दो दिन में 50 लाख रुपये की फिरौती देने की चेतावनी दी थी. बदमाशों ने रकम न देने पर कारोबारी को अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी. उसी नंबर से 12 फरवरी को इसी तरह फिर कॉल आया और 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग बदमाश करने लगे.
शिकायतकर्ता के भाई ने भी पुलिस बताया कि बदमाश खुद को को हासिम बाबा बता कर उससे 50 लाख रुपये की मांग कर रहा था. पुलिस ने जिस नंबर से फिरौती की कॉल आई थी, उसे तकनीकी सर्विलांस पर लेकर जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि ये कॉल उत्तरी पूर्वी दिल्ली से की गई थी. इसके बाद यमुना विहार इलाके में रहने वाले आदिल को गिरफ्तार कर लिया गया. आदिल ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल किया और बताया कि उसके जानकार मोइन ने भी इस अपराध में उसका साथ दिया था.
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आदिल एक जीन्स वाशिंग फैक्ट्री में काम करता है, जहां शिकायतकर्ता ने अपनी जीन्स वॉश के लिए वहां भेजी थी. आदिल की वजह से उसकी जीन्स खराब हो गई थी और उसने उसको पैसे नही दिए थे. आदिल उससे बदला लेना चाहता था और जल्दी मोटी कमाई करना चाहता था इसलिए उसने मोइन के साथ वसूली करने की योजना बनाई थी. मोइन मकोका में बंद लल्लू पहलवान नाम के बदमाश के लिए काम करता था. पुलिस ने दोनों के पास से 4 मोबाइल फोन और सिम भी बरामद किए हैं.
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