दिल्ली के मशहूर रेयॉन इंटरनेशनल स्कूल के मैनेजमेंट को नोटिस देकर दिल्ली सरकार ने तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा है। साथ ही शिक्षा विभाग के डायरेक्टर को इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
स्कूल के मैनेजमेंट पर आरोप है कि वो टीचर्स और छात्रों पर बीजेपी का सदस्य बनने के लिए दबाव डाल रहा है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि ये गंभीर मामला है और स्कूलों में राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस मामले में सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।
जानकारी के मुताबिक स्कूल की तरफ से शेयर किए गए मैसेज में सदस्यता हासिल करने का टोल फ्री नंबर भी दिया गया है। इतना ही नहीं सदस्यता अभियान का टार्गेट पूरा नहीं कर सके कुछ शिक्षकों की सैलरी रोकने के भी आरोप लग रहे हैं। हालांकि स्कूल ने इन आरोपों से इनकार किया है।
रेयॉन इंटरनेशनल स्कूल की सुधा सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को स्कूल ने आगे बढ़ाया है और उसी का धन्यवाद किया गया है।
वहीं, केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया का कहना है कि अगर कोई बिना किसी दबाव के सदस्य बन रहा है तो इसमें गलत क्या है।
इधर, दिल्ली सरकार ने राजधानी के दूसरे स्कूलों को भी आगाह किया है कि वो सियासी गतिविधियों से दूर रहें। 1976 में स्थापित हुए रेयॉन इंटरनेशनल स्कूल के कैंपस दिल्ली के वसंतकुज, मयूर विहार, रोहिणी समेत नोएडा, ग्रेटर नोएडा
गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद में भी है।
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