
नई दिल्ली:
दिल्ली में 23 वर्षीय मेडिकल की छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले में जहां एक ओर हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं वहीं, सफदरजंग अस्पताल में भर्ती पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है।
डॉक्टरों ने बुधवार को करीब दो घंटों तक चली पांचवीं सर्जरी में लड़की की लगभग सारी अंतड़ियां निकाल दी हैं। अंतड़ियों में इंफेक्शन की वजह से डॉक्टरों को यह करना पड़ा है। पेट के निचले हिस्से की अच्छे से सफाई करने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन पूरा कर दिया।
डॉक्टरों ने इस घटना को अपने पूरे डॉक्टरी जीवन की विभत्स घटना करार दिया है। डॉक्टरों का कहना है अब अगले एक हफ्ते तक लड़की का कोई और ऑपरेशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डॉक्टरों को उम्मीद है कि अब आईसीयू में लड़की का इलाज जारी रहेगा और उसके स्थिर होने के बाद ही बाकी सुधार के लिए प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
बलात्कार पीड़िता की सेहत के बारे में बताते हुए डॉक्टरों का कहना था कि आज पीड़िता ने अपने माता-पिता से बात की। इसके साथ ही उनका कहना था कि लड़की ने पुलिस को घटना के बारे में आज विस्तार से बताया है।
ऑपरेशन में जाने से पहले लड़की ने अपनी मां और अपने भाई से बात भी की। उसे चीज़ें समझ में आ रही हैं। अभी तक कोई नया संक्रमण नहीं दिखा है। उस पर दवाओं का असर भी नजर आ रहा है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अब भी वह ख़तरे से बाहर नहीं है। फिलहाल वह होश में भी नहीं है।
डॉक्टरों की नज़र अब इस बात पर है कि एनिस्थीसिया का असर ख़त्म होने के बाद वह किस हाल में होश में आती है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी तबीयत पर लगातार नज़र रखनी होगी।
सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बुधवार को भी लोगों की आवाजाही लगी रही। ज़िंदगी और मौत से जूझ रही बहादुर लडकी की मदद के लिए लगातार आती रही पेशकश। कई लोग ख़ून देने को तैयार दिखे। इन सबके बीच लड़की की तबीयत में मामूली सुधार दिख रहा है, लेकिन चिंता बनी हुई है।
गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है।
डॉक्टरों ने बुधवार को करीब दो घंटों तक चली पांचवीं सर्जरी में लड़की की लगभग सारी अंतड़ियां निकाल दी हैं। अंतड़ियों में इंफेक्शन की वजह से डॉक्टरों को यह करना पड़ा है। पेट के निचले हिस्से की अच्छे से सफाई करने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन पूरा कर दिया।
डॉक्टरों ने इस घटना को अपने पूरे डॉक्टरी जीवन की विभत्स घटना करार दिया है। डॉक्टरों का कहना है अब अगले एक हफ्ते तक लड़की का कोई और ऑपरेशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डॉक्टरों को उम्मीद है कि अब आईसीयू में लड़की का इलाज जारी रहेगा और उसके स्थिर होने के बाद ही बाकी सुधार के लिए प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
बलात्कार पीड़िता की सेहत के बारे में बताते हुए डॉक्टरों का कहना था कि आज पीड़िता ने अपने माता-पिता से बात की। इसके साथ ही उनका कहना था कि लड़की ने पुलिस को घटना के बारे में आज विस्तार से बताया है।
ऑपरेशन में जाने से पहले लड़की ने अपनी मां और अपने भाई से बात भी की। उसे चीज़ें समझ में आ रही हैं। अभी तक कोई नया संक्रमण नहीं दिखा है। उस पर दवाओं का असर भी नजर आ रहा है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अब भी वह ख़तरे से बाहर नहीं है। फिलहाल वह होश में भी नहीं है।
डॉक्टरों की नज़र अब इस बात पर है कि एनिस्थीसिया का असर ख़त्म होने के बाद वह किस हाल में होश में आती है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी तबीयत पर लगातार नज़र रखनी होगी।
सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बुधवार को भी लोगों की आवाजाही लगी रही। ज़िंदगी और मौत से जूझ रही बहादुर लडकी की मदद के लिए लगातार आती रही पेशकश। कई लोग ख़ून देने को तैयार दिखे। इन सबके बीच लड़की की तबीयत में मामूली सुधार दिख रहा है, लेकिन चिंता बनी हुई है।
गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है।
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