अमृतसर:
जेल के नियमों को तोड़ते हुए बैसाखी के अवसर पर तरनतारन जिले में भारत-पाक सीमा के पास स्थित पट्टी उप-कारागार में महिला कलाकारों ने नृत्य कार्यक्रम पेश किया।
14 अप्रैल की घटना की पुष्टि करते हुए अमृतसर सेंट्रल जेल के अधीक्षक आर. के. शर्मा ने बताया कि उन्होंने मामले में जांच की है और जेल महानिदेशक आर. पी. मीणा के समक्ष रिपोर्ट पेश किया है।
जेल में महिलाओं के नृत्य कार्यक्रम को जेल नियमों के खिलाफ और ‘‘गैर कानूनी’’ बताते हुए शर्मा ने कहा कि पट्टी जेल के उपाधीक्षक दविंदर सिंह रंधावा ने इस तरह के आयोजन के लिए कभी वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति नहीं मांगी।
शर्मा ने बताया कि जांच के दौरान उनके सामने पर्याप्त तस्वीरें पेश की गईं, जिसमें रंधावा जेल में कैद कई कट्टर अपराधियों के साथ मंच साझा करते दिख रहे थे। जांच में यह भी पता चला कि उत्तेजक नृत्य करने के लिए कलाकारों को मोटी रकम दी गई थी।
14 अप्रैल की घटना की पुष्टि करते हुए अमृतसर सेंट्रल जेल के अधीक्षक आर. के. शर्मा ने बताया कि उन्होंने मामले में जांच की है और जेल महानिदेशक आर. पी. मीणा के समक्ष रिपोर्ट पेश किया है।
जेल में महिलाओं के नृत्य कार्यक्रम को जेल नियमों के खिलाफ और ‘‘गैर कानूनी’’ बताते हुए शर्मा ने कहा कि पट्टी जेल के उपाधीक्षक दविंदर सिंह रंधावा ने इस तरह के आयोजन के लिए कभी वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति नहीं मांगी।
शर्मा ने बताया कि जांच के दौरान उनके सामने पर्याप्त तस्वीरें पेश की गईं, जिसमें रंधावा जेल में कैद कई कट्टर अपराधियों के साथ मंच साझा करते दिख रहे थे। जांच में यह भी पता चला कि उत्तेजक नृत्य करने के लिए कलाकारों को मोटी रकम दी गई थी।
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