नई दिल्ली:
दिल्ली के हौजखास में इस शनिवार LGBTQ समुदाय द्वारा एक फ्लैशमॉब किया गया, जिसे 'स्क्रफ (Scruff)' द्वारा पेश किया गया था और 'दोज इन नीड (Those In Need)' ने इसे आयोजित किया था . इस फ्लैशमॉब के द्वारा LGBTQ समुदाय ने ऐसे कई स्टीरियोटाइप को तोड़ा जो कि समाज में काफी प्रचलित हैं. सभी के हाथों में कुछ संदेश थे, जिसके सहारे उन्होंने अपनी बात रखी. LGBTQ समुदाय के साथ उनके बाकी दोस्त और साथी भी साथ में आए और सभी को आश्चर्यचकित कर दिया.
इस डांस और संदेशों के समागम से एक खूबसूरत समां बंध गया. शुरुआत एक फ्रीज मोब से हुई, जिसमें प्रतिभागी अलग-अलग जगह विभिन्न संदेशों के साथ खड़े हुए और स्टीरिओटाइप के खिलाफ संदेश दिया, जिनमें से कुछ संदेश इस प्रकार थे-
“I am gay. I love sports”
मैं समलैंगिक हूं. मुझे खेल पसंद हैं."
“I am Lesbian. I don’t hate men.”
"मैं एक महिला हूं और समलैंगिक हूं. मुझे मर्दों से नफरत नहीं."
“I am homosexual. And it’s not a choice.”
"मैं समलैंगिक हूं. और ये कोई च्वाइस नहीं है."
“I am Homosexual. I am not attracted to everyone of same sex.”
"मैं समलैंगिक हूं. इसका ये मतलब नहीं कि हर कोई जो मेरे लिंग का है, मैं उस से आकर्षित हो जाऊं."
“I am queer. And I am monogamous.”
"मैं क्वीर हूं. मुझे एक संगमन में विश्वास है."
कुछ मजेदार संदेश भी 'डांस फॉर प्राइड' में देखे गए-
“I am Queer. Yoga can’t cure me.”
मैं क्वीर हूं. योगा से मेरा इलाज नहीं हो सकता !
“I am homosexual. Me getting intimate doesn’t cause earthquakes.”
"मैं समलैंगिक हूं. मेरे संबंध बनाने से भूकंप नहीं आते."
साथ ही साथ स्ट्रैट दोस्त भी साथ आए और उन्होंने भी अपने संदेश दिए-
“I am Straight. Not Narrow.”
"मैं स्ट्रैट हूं. न की संकीर्ण."
फ्रीज मोब के तुरंत बाद, ढोल नगाड़े शुरू हो गए और सभी एक साथ आ गए और प्रतिभागी पूरे उत्साह और गर्व के साथ नाचे. अंत में पूरा माहौल सकारात्मकता, भावनाओं और खुशियों से भर सा गया और भीड़ में जुड़े लोग भी संग में नाचने लगे.
इसका अंत एक और संदेश के साथ हुआ-
"हम यहां हैं. हम क्वीर हैं और हम एक स्टीरियोटाइप नहीं हैं."
इसके बाद प्रतिभागियों ने अपने अनुभव लोगों के साथ बांटे और बताया कि कैसे एक सकारात्मक बदलाव धीरे-धीरे आ रहा है. कुछ प्रतिभागियों ने ये भी बताया कि कैसे उनके माता-पिता अब उन्हें अपनाने लगे हैं. सभी प्रतिभागी आत्मविश्वास से भरे हुए थे और उन्होंने भीड़ में लोगों के कई सवालों के जवाब दिए और उनके मिथकों को दूर किया. भीड़ में जुड़े लोगों ने कहा कि वे बेहद खुश हैं कि इस तरीके के आयोजन किए जा रहे हैं, जो की समाज में बदलाव लाने की ताकत रखते हैं.
स्क्रफ समलैंगिक समुदाय के जुड़ने के लिए विश्व की एक बहुत बड़ी ऐप है. स्क्रफ ने पहले भी भारत में समुदाय को सहारा देने के लिए कई विशेष कार्यक्रमो में मदद की है और कुछ प्राइड परेड में भी आर्थिक मदद की है. मिगुएल मोस्कोसो जो स्क्रफ में इंटरनेशनल मार्केटिंग मैनेजर हैं और भारत में होने वाली सारी गतिविधियों को देखते हैं. वह कहते हैं, "डांस फॉर प्राइड के द्वारा हम भारत में अपने समुदाय के दोस्तों को याद दिलाना चाहते हैं कि पूरे विश्व का समुदाय उनके साथ है.
उन्होंने कहा, "ये एक बहुत ही अच्छा मौका था अपनी विविधता को दर्शाने का और अपने रंगों को फैलाने का, वह भी ये बताते हुए कि हम एक स्टीरियोटाइप नहीं हैं." लैंडिंग हैंड्स फाउंडेशन के फाउंडर अभिषेक सैनी ने कहा, "हम आभारी हैं कि हम डांस फॉर प्राइड को आयोजित कर पाए और सारा श्रेय हमारे प्रतिभागियों को जाता हैं, जिन्होंने दिन रात मेहनत करके डांस फॉर प्राइड किया. हम भविष्य में भी ऐसे आयोजन करना चाहेंगे और आशा करेंगे कि एक समावेशी समाज की कल्पना अब ज्यादा दूर नहीं रहेगी."
'दोज इन नीड (Those In Need)' एक नॉट फॉर प्रॉफिट संस्थान है और लैंडिंग हैंड्स फाउंडेशन के अन्तर्गत आता है. लैंडिंग हैंड्स फाउंडेशन किसी भी तरीके के अल्पसंख्यकों के लिए काम करती है. 'दोज इन नीड' एक माध्यम है ताकि एनजीओ, वालंटियर्स, विश्वविद्यालय और कम्पनीज एक दूसरे से जुड़ सकें और एक दूसरे की मदद कर सकें.
इस डांस और संदेशों के समागम से एक खूबसूरत समां बंध गया. शुरुआत एक फ्रीज मोब से हुई, जिसमें प्रतिभागी अलग-अलग जगह विभिन्न संदेशों के साथ खड़े हुए और स्टीरिओटाइप के खिलाफ संदेश दिया, जिनमें से कुछ संदेश इस प्रकार थे-
“I am gay. I love sports”
मैं समलैंगिक हूं. मुझे खेल पसंद हैं."
“I am Lesbian. I don’t hate men.”
"मैं एक महिला हूं और समलैंगिक हूं. मुझे मर्दों से नफरत नहीं."
“I am homosexual. And it’s not a choice.”
"मैं समलैंगिक हूं. और ये कोई च्वाइस नहीं है."
“I am Homosexual. I am not attracted to everyone of same sex.”
"मैं समलैंगिक हूं. इसका ये मतलब नहीं कि हर कोई जो मेरे लिंग का है, मैं उस से आकर्षित हो जाऊं."
“I am queer. And I am monogamous.”
"मैं क्वीर हूं. मुझे एक संगमन में विश्वास है."
“I am Queer. Yoga can’t cure me.”
मैं क्वीर हूं. योगा से मेरा इलाज नहीं हो सकता !
“I am homosexual. Me getting intimate doesn’t cause earthquakes.”
"मैं समलैंगिक हूं. मेरे संबंध बनाने से भूकंप नहीं आते."
साथ ही साथ स्ट्रैट दोस्त भी साथ आए और उन्होंने भी अपने संदेश दिए-
“I am Straight. Not Narrow.”
"मैं स्ट्रैट हूं. न की संकीर्ण."
फ्रीज मोब के तुरंत बाद, ढोल नगाड़े शुरू हो गए और सभी एक साथ आ गए और प्रतिभागी पूरे उत्साह और गर्व के साथ नाचे. अंत में पूरा माहौल सकारात्मकता, भावनाओं और खुशियों से भर सा गया और भीड़ में जुड़े लोग भी संग में नाचने लगे.
इसका अंत एक और संदेश के साथ हुआ-
"हम यहां हैं. हम क्वीर हैं और हम एक स्टीरियोटाइप नहीं हैं."
इसके बाद प्रतिभागियों ने अपने अनुभव लोगों के साथ बांटे और बताया कि कैसे एक सकारात्मक बदलाव धीरे-धीरे आ रहा है. कुछ प्रतिभागियों ने ये भी बताया कि कैसे उनके माता-पिता अब उन्हें अपनाने लगे हैं. सभी प्रतिभागी आत्मविश्वास से भरे हुए थे और उन्होंने भीड़ में लोगों के कई सवालों के जवाब दिए और उनके मिथकों को दूर किया. भीड़ में जुड़े लोगों ने कहा कि वे बेहद खुश हैं कि इस तरीके के आयोजन किए जा रहे हैं, जो की समाज में बदलाव लाने की ताकत रखते हैं.
स्क्रफ समलैंगिक समुदाय के जुड़ने के लिए विश्व की एक बहुत बड़ी ऐप है. स्क्रफ ने पहले भी भारत में समुदाय को सहारा देने के लिए कई विशेष कार्यक्रमो में मदद की है और कुछ प्राइड परेड में भी आर्थिक मदद की है. मिगुएल मोस्कोसो जो स्क्रफ में इंटरनेशनल मार्केटिंग मैनेजर हैं और भारत में होने वाली सारी गतिविधियों को देखते हैं. वह कहते हैं, "डांस फॉर प्राइड के द्वारा हम भारत में अपने समुदाय के दोस्तों को याद दिलाना चाहते हैं कि पूरे विश्व का समुदाय उनके साथ है.
उन्होंने कहा, "ये एक बहुत ही अच्छा मौका था अपनी विविधता को दर्शाने का और अपने रंगों को फैलाने का, वह भी ये बताते हुए कि हम एक स्टीरियोटाइप नहीं हैं." लैंडिंग हैंड्स फाउंडेशन के फाउंडर अभिषेक सैनी ने कहा, "हम आभारी हैं कि हम डांस फॉर प्राइड को आयोजित कर पाए और सारा श्रेय हमारे प्रतिभागियों को जाता हैं, जिन्होंने दिन रात मेहनत करके डांस फॉर प्राइड किया. हम भविष्य में भी ऐसे आयोजन करना चाहेंगे और आशा करेंगे कि एक समावेशी समाज की कल्पना अब ज्यादा दूर नहीं रहेगी."
'दोज इन नीड (Those In Need)' एक नॉट फॉर प्रॉफिट संस्थान है और लैंडिंग हैंड्स फाउंडेशन के अन्तर्गत आता है. लैंडिंग हैंड्स फाउंडेशन किसी भी तरीके के अल्पसंख्यकों के लिए काम करती है. 'दोज इन नीड' एक माध्यम है ताकि एनजीओ, वालंटियर्स, विश्वविद्यालय और कम्पनीज एक दूसरे से जुड़ सकें और एक दूसरे की मदद कर सकें.
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