मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार चक्रवाती तूफान नीलोफर 31 अक्तूबर की रात को गुजरात में दस्तक दे सकता है लेकिन पहले के पूर्वानुमान के विपरीत इसकी तीव्रता कम होगी।
प्रदेश राहत आयुक्त डीएन पांडेय ने कहा, 'नीलोफर कमजोर हो गया है और गुजरात में हल्के चक्रवाती तूफान (मार्जिनल साइक्लोनिक स्टॉर्म) के तौर पर ही आने की संभावना है। पहले पूर्वानुमान था कि यह एक नवंबर की दोपहर को पहुंचेगा। लेकिन अब लगता है कि यह 31 अक्तूबर की रात को या एक नवंबर को तड़के कच्छ के तट पर दस्तक देगा।'
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर 'बहुत तीव्र चक्रवाती तूफान' करार दिए गए नीलोफर ने थोड़ा सा उत्तर की ओर रख किया है। यह फिलहाल कच्छ के नलिया से 860 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में है।
मौसम विभाग द्वारा शाम तीन बजे जारी बुलेटिन के अनुसार, 'तूफान गुजरात के तट के करीब आएगा, लेकिन यह कमजोर हो जाएगा और हल्के चक्रवाती तूफान के रूप में 60-70 किलोमीटर से लेकर 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ तटीय क्षेत्र से गुजर जाएगा।'
पांडेय के अनुसार तूफान के साथ भारी बारिश आएगी। 31 अक्तूबर की सुबह 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ बारिश शुरू होने की संभावना है। कच्छ में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है और इसका स्तर दो से 10 इंच तक हो सकता है। राज्य के अन्य अनेक हिस्सों में भी बारिश होने के आसार हैं।
उन्होंने कहा, 'कच्छ के अलावा वीरावल, सोमनाथ, पोरबंदर, ओखा और द्वारका समेत अन्य तटीय शहरों पर भी तूफान का असर रहेगा। हमने सभी जिला कलेक्टरों को तटीय क्षेत्रों के आसपास रहने वाले लोगों को निकालने के लिए अपने स्तर से निर्णय लेने को कहा है।'
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