कोविन ऐप पर वैक्सीनेशन 15-18 साल के किशोरों को कराना होगा रजिस्ट्रेशन
देश में तीन जनवरी से 15 से 18 साल के किशोरों को कोविड वैक्सीन लगना शुरू होगी. जबकि 10 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्करों और 60 साल से अधिक उम्र के और बीमारियों के शिकार लोगों को प्रीकॉशनरी डोज या ऐहतियातन दी जाने वाली खुराक (Precautionary Dose) मिलेगी. ऐसे में सब जानना चाहते हैं कि इन्हें कोरोना वैक्सीन कैसे लगेगी और कहां रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसी पर एनडीटीवी ने कोविन प्लेटफॉर्म के प्रमुख आरएस शर्मा से बात की. शर्मा ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizen) को जो डोज़ लगेंगे, वो पहले ही कोविन ऐप पर रजिस्टर्ड हैं. जिन लोगों को दोनों डोज़ ले ली हैं, उनके पास हम ऐसा मैसेज भेजेंगे कि आप प्रिकॉशनरी डोज के लिए पात्र हैं. वो जब भी रजिस्टर करना चाहें, वो अपने अकांउट से ही शेड्यूल कर सकते हैं.
15-18 साल के किशोरों को कैसे लगेगा टीका, फ्रंटलाइन वर्करों को कैसे मिलेगी तीसरी डोज, जानें गाइडलाइन
तीसरी डोज में कौन सी वैक्सीन लगेगी, इस सवाल पर शर्मा ने कहा, तीसरी डोज़ कौन सी लगनी है, ये तब तक एक्सपर्ट्स तय कर लेंगे. जैसे ही वो ये तय करेंगे, वैसे ही इसे हम कोविन प्लेटफॉर्म पर डाल देंगे. इसको हम प्रिकॉशनरी डोज़ कह रहे हैं, यानी प्रिकॉशन लेने वाली डोज़. वहीं 15 से 18 साल के आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन पर शर्मा ने कहा, जो बच्चे 2007 या उससे पहले पैदा हुए हैं उनको आरोग्य सेतु ऐप, कोविन या अन्य किसी प्लेटफार्म पर अपना अकाउंट बनाना होगा. अगर उनके माता पिता के पास पहले से कोई अकाउंट है और उसमें दो की जगह खाली है तो उसमें भी रजिस्टर कर सकते हैं, क्योंकि एक अकाउट से चार लोग पंजीकरण करा सकते हैं.
शर्मा ने कहा, जाइडस कैडिला और कोवैक्सीन की जानकारी अभी हमारे पास है. इन दोनों में से जो वैक्सीन लग रही होगी, वहां जाकर लगवा सकते हैं. इसके लिए किसी भी नंबर से रजिस्टर कर सकते हैं, लेकिन वहां जाएंगे तो कोई न कोई आईडी दिखानी होगी. इससे पता चलेगा कि बच्चा 2005-2007 के बीच पैदा हुआ है या नहीं. बच्चे स्कूल का आईडी कार्ड भी दिखा सकते हैं. जो सरकार बताएगी कि ये वैक्सीन लेनी है या ये वैक्सीन हटानी है तो वो हम कर देंगे. हमारा काम है सरकार के विशेषज्ञ की बात मानना.
शर्मा ने बताया कि कोविन ऐप पर हर राज्य के वैक्सीनेशन सेंटर की जानकारी आपको मिलेगी. कोविड वैक्सीनेशन का इससे ज्यादा पारदर्शी सिस्टम आपने देखा नही होगा. पूरे देश में 90 प्रतिशत से अधिक लोगों को पहला डोज़ लग गया है और 60 प्रतिशत से अधिक लोगों को दूसरा डोज़ लग गया है.
इतनी बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन वाला भारत पहला बड़ा देश होगा और हमारे पास एक-एक व्यक्ति की जानकारी है. कोविन प्लेटफॉर्म की खासियत को लेकर 5 जुलाई को एक कानक्लेव हुई थी, उसमें 100 से ज्यादा देश आए थे. कई देश विदेश मंत्रालय के माध्यम से हमसे संपर्क में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने की स्थिति में हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं