हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर को ऐहतियात के तौर पर बूस्टर डोज दिए जाने की पीएम नरेंद्र मोदी के ऐलान के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि ऐहतियाती (Precaution)/बूस्टर (Booster) Dose पुराने टीके का डोज होगा. उदाहरण के तौर पर यदि किसी हेल्थ या फ्रंटलाइन वर्कर ने पहली दो डोज covishield की लगवाई है तो तीसरी डोज भी covishield की ही होगी. यदि उसे पहली दो डोज Covaxin की लगी है तो तीसरी डोज भी Covaxin की ही होगी.
सूत्रों ने यह भी बताया कि 9 से 12 महीनों की दूसरी डोज के बाद 'गैप' वालों को तीसरी डोज ( Precaution/Booster Dose) में प्राथमिकता दी जाएगी. टीकाकरण के Preacaution dose को 'रोलऑउट' करने को लेकर आज विशेषज्ञों की बैठक होगी.15 से 18 साल के बीच के करीब 8 करोड़ किशोरों को टीका दिया जाएगा. 18 साल से नीचे के बच्चों में ज्यादातर मौत इसी आयुवर्ग में हुई है.
गौरतलब है कि नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के देश में बढ़ते मामलों के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार तीन बड़े ऐलान किए. कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए भी इस घोषणा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अब अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के बीच के किशोरों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके अलावा 10 जनवरी से हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर को एहतियात के तौर पर बूस्टर डोज दी जाएगी. हालांकि पीएम मोदी ने ‘बूस्टर डोज' का जिक्र ना करते हुए, इसे ‘प्रीकॉशन डोज' (एहतियाती खुराक) का नाम दिया. तीसरा ऐलान है कि अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोग भी डॉक्टर की सलाह पर ‘प्रीकॉशन डोज' (एहतियाती खुराक) ले सकते हैं.
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