श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से सोमवार को छोड़े जाने वाले ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी 23 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। करीब 49 घंटे की उल्टी गिनती के बाद 30 जून को सुबह 9 बजकर 52 मिनट पर इसे अंतरिक्ष में छोड़ा जाएगा।
इस यान के जरिये पांच सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे, जिनमें सबसे बड़ा और अहम सैटेलाइट है स्पॉट−7, जो फ्रांस का है। इसके अलावा कनाडा, जर्मनी व सिंगापुर के चार अन्य उपग्रहों को अंतरिक्ष में पहुंचाया जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार शाम जारी बयान में कहा कि प्रक्षेपण अनुमति बोर्ड (लैब) ने श्रीहरिकोटा में अपनी बैठक में पीएसएलवी सी 23 के प्रक्षेपण को स्वीकृति प्रदान की। इसमें कहा गया कि पहले इस उपग्रह यान का प्रक्षेपण 30 जून को सुबह 9:49 बजे किया जाना था, पर अब इसे 9:52 पर छोड़ा जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इस प्रक्षेपण को देखने के लिए वहां उपस्थित रहेंगे। यह केंद्र चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर दूर है। इसरो अब तक 35 विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण कर चुका है।
(इनपुट भाषा से भी)