Coronavirus Pandemic: कोरोना वायरस की महामारी का प्रकोप देश में तेजी से बढ़ रहा है. देश की राजधानी दिल्ली में ही कोरोना के मरीजों की संख्या 2000 के पार पहुंच चुकी है. दिल्ली में प्लाज़्मा थेरैपी (Plasma Therapy) के जरिये कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है और इसके अच्छे परिणाम मिले हैं. मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संदीप बुद्धिराजा ने NDTV से बातचीत में यह दावा किया. उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल को मरीज़ को उनके परिवार के निवेदन पर हमने प्लाज्मा दिया था. इसका 2-3 मरीज़ में सुधार दिखना शुरू हुआहै. इसके ब्लड के पैरामीटर बेहतर हुए और वेंटिलेटर की जरूरत कम होती गई. यही नहीं, ब्लड प्रेशर में सुधार आ गया.
संदीप बुद्धिराजा ने बताया कि शनिवार 18 अप्रैल को मरीज को हमने वेंटिलेटर से निकाल दिया है और सोमवार को हमने उसे आईसीयू से रूम में शिफ्ट कर दिया है.उनके अनुसार, जिन मरीज पर प्लाज़्मा थेरैपी आजमाई गई है, वे अब अब बात कर रहे हैं और उनका खाना-पीना भी शुरू हो गया है. अगर उनकी हालत में इसी तरह सुधार जारी रहा तो अगले 3 से 4 दिन में वे डिस्चार्ज लायक हो जाएंगे.
प्लाज्मा थेरैपी कोई जादू नहीं
हालांकि संदीप बुद्धिराजा ने साफ किया कि प्लाज्मा थेरैपी कोई जादू नहीं है. लोगों को यह नहीं समझना चाहिए कि इससे 100% इलाज है. उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास कोरोना की कोई दवा नहीं है इसलिए इस स्टेज पर प्लाज्मा की बहुत अहमियत है. केवल बहुत ख़राब स्थिति वाले मरीजों के लिए इसका रोल अच्छा हो सकता है. इस थेरेपी में खर्च (Cost) की कोई समस्या ही नहीं है क्योंकि अगर आप साधारण एंटीबायोटिक इंजेक्शन इस्तेमाल करें तो वह इससे कहीं ज्यादा महंगे होंगे. इसमें मुख्य दवा है रिकवर हुए मरीज का प्लाज़्मा. उन्होंने कहा कि प्लाज़्मा थेरैपी हमने मरीज की जान बचाने के लिए की थी लेकिन अब हम ट्रायल का हिस्सा बनना चाहते है, इसके लिए हमने आवेदन दिया हुआ है.
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