तबलीगी जमात को लेकर सोशल मीडिया पर लिखी एक पोस्ट पर कर्नाटक के आईएएस मोहम्मद मोहसिन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इससे पहले लोकसभा चुनाव को दौरान पीएम मोदी का हेलिकैप्टर की तलाशी का आदेश के देने के मामले में वह एक बार सस्पेंड भी किए जा चुके हैं. मोहम्मद मोहसिन ने इस नई पोस्ट में तबलीदी जमात के सदस्यों की तारीफ की है जो कोरोना वायरस के करीब 1500 केसों से जुड़े हैं.
उन्होंने कहा, तबलीगी जमात से जुड़े लोग जो अब कोरोना बीमारी से ठीक हो चुके हैं अब प्लाज्मा दान कर रहे हैं. ये सभी हीरो हैं लेकिन इनके योगदान की उपेक्षा की जा रही है. उन्होंने कहा, 300 से ज्यादा जमाती प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं. लेकिन मीडिया क्या कर रही है? वे इस मानवता के काम नहीं दिखाएंगे जो ये हीरो कर रहे हैं'. मोहम्मद मोहसिन ने ये ट्वीट 27 अप्रैल को किया था.
उनके इस ट्वीट पर कर्नाटक सरकार ने 5 दिन में जवाब मांगा है. साथ ही ऐसा न करने पर भारतीय सिविल सेवा नियम (1968) के तहत कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है. राज्य सरकार की ओर से दिए गए नोटिस पर उन्होंने कहा कि वह इससे पहले कोरोना वायरस से जुड़े 40 से 50 ट्वीट कर चुके हैं. इसमें सीएम फंड में दान देने की अपील भी है. आपको बता दें कि मोहम्मद मोहसिन 1996 बैच के अधिकारी हैं और अभी वह पिछड़ा कल्याण विभाग में सचिव के तौर पर तैनात हैं.
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