देश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 1,34,154 नए मामले सामने आए हैं. वहीं इस दौरान बीमारी की चपेट में आकर 2887 लोगों की मौत भी दर्ज की गई है. देश में अब कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,84,41986 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 2,11,499 है.
महाराष्ट्र में बुधवार कोरोना के 15,169 नए मामले आए जिन्हें मिलाकर राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 57,76,184 हो गई. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में 285 लोगों की मौत हुई जबकि 268 पूर्व में हुई मौतें भी कोविड-19 से होने की पुष्टि हुई. इसके साथ महाराष्ट्र में अबतक 96,751 लोगों की जान इस महामारी में जा चुकी है. पड़ोसी राज्य गुजरात में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,333 नए मामलों की पुष्टि हुई जिन्हें मिलाकर राज्य में अबतक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 8,12,063 हो गई. वहीं इस अवधि में 18 कोविड-19 मरीजों की मौत हुई. राज्य में अबतक 9,873 लोगों की महामारी से जान जा चुकी है.
Here are the Updates on India Coronavirus Cases in Hindi :
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, उत्तर प्रदेश में गत 24 घंटे के दौरान कोविड-19 से 108 रोगियों की मौत हो गई जिन्हें मिलाकर प्रदेश में अबतक महामारी से कुल 20,895 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं प्रदेश में इस अवधि के दौरान 1,268 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्ट होने से कुल मामलों की संख्या बढ़कर 16,95,212 हो गई है.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 11,421 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17,28,577 हो गई. ताजा बुलेटिन में बताया गया कि गुरुवार सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटे में 16,223 मरीज संक्रमण मुक्त हुए और 81 मरीजों की मौत हो गई.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, झारखंड में गत 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित 11 और मरीजों की मौत हो गई. इसके साथ ही राज्य में कोविड-19 से अबतक जान गंवाने वालों की संख्या 5011 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को जारी बुलेटिन में बताया कि इस अवधि में संक्रमण के 532 नए मामले आए हैं जिन्हें मिलाकर झारखंड में अबतक कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों की कुल संख्या बढ़कर 3,38,915 हो गई है.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, राजस्थान में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,258 नये मामले सामने आये वहीं इस घातक संक्रमण से और 44 लोगों की मौत हो गई. चिकित्सा विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 1258 नये मामले सामने आये हैं.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, चार महीनों में पहली बार, मुंबई की धारावी में कोरोना वायरस का गुरुवार को सिर्फ एक नया मामला सामने आया. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया झुग्गी-बस्ती इलाके में बुधवार को एक भी मामला सामने नहीं आया.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, ओडिशा में गुरुवार को कोरोना वायरस के 8,839 नए मामले सामने आए तथा राज्य में संक्रमण के मामले 7,90,970 पर पहुंच गए. यहां 42 संक्रमितों की मौत होने से मृतक संख्या 2,873 पर पहुंच गई. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यहां संक्रमण के कारण मृत्यु दर 0.36 फीसदी तथा नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर 6.61 फीसदी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की 30 करोड़ डोज के लिए हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता बायोलॉजिकल-ई (Biological-E) को 1500 करोड़ रु एडवांस पेमेंट करेगा. ये वैक्सीन अगस्त-दिसंबर 2021 से मेसर्स बायोलॉजिकल-ई द्वारा निर्मित और स्टोर की जाएगी. फेज 1 और 2 क्लीनिकल ट्रायल में पॉजिटिव रिजल्ट दिखने के बाद, बायोलॉजिकल-ई का COVID-19 वैक्सीन के लिए फेज-3 का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है. बायोलॉजिकल-ई द्वारा विकसित की जा रही वैक्सीन एक आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है. इसके अगले कुछ महीनों में उपलब्ध होने की उम्मीद है.
vकोरोना संकट और वैक्सीनेशन पॉलिसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट लगातार सख्ती बरत रहे हैं. बुधवार को जहां सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में कहा कि कोर्ट चुपचाप बैठकर मूक दर्शक नहीं बना रह सकता है, वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने वैक्सीन निर्माण को लेकर और भी सख्त टिप्पणी की. हाईकोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में जरूरत की पूर्ति के लिए बहुत स्कोप और इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है, जिसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. कोर्ट ने कहा कि 'कोविड-19 वैक्सीन बनाने के लिए मौजूद क्षमता को दबाकर बैठे अधिकारियों पर 'हत्या' का मामला चलना चाहिए क्योंकि इससे इतनी ज्यादा मौतें हो रही हैं.'
vकोरोना संकट और वैक्सीनेशन पॉलिसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट लगातार सख्ती बरत रहे हैं. बुधवार को जहां सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में कहा कि कोर्ट चुपचाप बैठकर मूक दर्शक नहीं बना रह सकता है, वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने वैक्सीन निर्माण को लेकर और भी सख्त टिप्पणी की. हाईकोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में जरूरत की पूर्ति के लिए बहुत स्कोप और इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है, जिसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. कोर्ट ने कहा कि 'कोविड-19 वैक्सीन बनाने के लिए मौजूद क्षमता को दबाकर बैठे अधिकारियों पर 'हत्या' का मामला चलना चाहिए क्योंकि इससे इतनी ज्यादा मौतें हो रही हैं.'