व्यापमं ने ली एक और जान? : जिस सिपाही से हुई थी पूछताछ, पंखे से लटका मिला शव

व्यापमं ने ली एक और जान? : जिस सिपाही से हुई थी पूछताछ, पंखे से लटका मिला शव

हादसे के बाद एम्बुलेंस...

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश पुलिस के एक सिपाही का शव सीलिंग फैन से लटका हुआ मिला। कथित रूप से कहा जा रहा है कि इस सिपाही से व्यापमं घोटाले के संबंध में पूछताछ हुई थी। वहीं, पुलिस ने इस मामले के किसी भी तरह से व्यापमं से जुड़ा होने की संभावना से इनकार किया है। इस घोटाले में सीधा आरोप मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पर लगाए जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, पुलिस कांस्टेबल रमाकांत पांडा का शव उनके अपने घर में सीलिंग फैन से लटकता हुआ मिला था। पांडा ओरछा में तैनात थे। पुलिस इसे आत्महत्या का मामला बता रही है। पुलिस का कहना है कि पांडा को शराब की बुरी लत थी और वह कर्जे में डूबे हुए थे।

वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस का आरोप है कि पांडा की मौत का संबंध व्यापमं घोटाले से है। कांग्रेस उन अपुष्ट रिपोर्टों का हवाला दे रही है, जिसके अनुसार व्यापमं घोटाले की जांच कर रही एसटीएफ ने उनसे पूछताछ की थी। स्थानीय पुलिस का दावा है कि पांडा से व्यापमं के संबंध में कोई पूछताछ नहीं हुई थी।

इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही कह चुके हैं कि हर मौत को व्यापमं से जोड़ना ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री चौहान का यह बयान एक ट्रेनी सब इंस्पैक्टर अनामिका कुशवाहा (25) की मौत के बाद आया था। अनामिका का शव सागर में एक तालाब में मिला सोमवार को मिला था। पुलिस ने आरंभिक जांच के बाद कहा कि यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है।

बता दें कि कुशवाहा का चयन भी व्यापमं के माध्यम से हुआ था, जो इस प्रकार के चयन के लिए जरूरी परीक्षा कराने के लिए उत्तरदायी संस्था है।

उल्लेखनीय है कि व्यापमं के जरिये तमाम रसूखदार लोगों ने मोटी रकम चुकाकर अपने चहेतों को सरकारी संस्थानों में प्रवेश दिलाया और सरकारी नौकरियों में भी नियुक्त करवाया है।

इस मामले के उजागर होने के बाद से कथित रूप से इससे संबंद्ध करीब 40 लोगों की मौत हो चुकी है। हाल में एक मेडिकल कॉलेज के डीन का शव मिला है और एक चैनल के रिपोर्टर की भी मौत हो गई, जो दिल्ली से इस घोटाले की कवरेज के लिए मध्य प्रदेश में गया हुआ था।

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इस मामले में विपक्ष की मांग है कि तीन बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस्तीफा दें और घोटाले की निष्पक्ष जांच हो।