नई दिल्ली:
बीते दो महीने से वेतन न मिलने के चलते हड़ताल कर रहे पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों से आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मिलने पहुंचे। राहुल गांधी ने हड़ताली सफाई कर्मचारियों से कहा कि दोनों सरकारें बहाना बना रही हैं, ऐसे में मांगने से नहीं, शक्ति दिखाने से ही कुछ हासिल हो सकता है।
राहुल ने कहा, मेरे पास समय है, मैं आपके साथ घंटों बैठ सकता हूं। चाहे 10 दिन या चाहे 15 दिन मैं आपके साथ बैठने के लिए तैयार हूं। धरने का रास्ता एकदम सही है। दिल्ली और केंद्र एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं।
बीते 12 दिन से जारी है हड़ताल, दिल्ली हुई कचरा-कचरा
बीते दो महीने से सैलरी न मिलने के चलते निगम के सफाई कर्मचारी पिछले 12 दिनों से हड़ताल पर है। सफाई कर्मचारियों के काम पर न आने से पूर्वी दिल्ली में साफ-सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। हर जगह गंदगी का आलम पसरा हुआ है। ढलाव घर कूड़े से तो नालियां गंदगी और पानी से ओवरफलो हो गई हैं। इससे बीमारियां फैलने का अंदेशा भी बना हुआ है।
भाजपा और आप नहीं दिला सकी है अभी तक सैलरी
उल्लेखनीय है कि दिल्ली की तीनों निगमों पर भाजपा काबिज है और दिल्ली सरकार में आम आदमी पार्टी सत्तासीन है। निगम और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा निगम कर्मियों को सैलरी नहीं दे पाई है, जबकि दिल्ली सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल के आश्वासन के बावजूद भी हड़ताली कर्मचारियों को अभी तक वेतन नहीं मिल सका है। इससे कर्मचारियों में बेहद रोष है। हड़ताल कर रहे कर्मियों की मांग है कि उनकी सैलरी जल्द रिलीज की जाए। पूर्वी दिल्ली में करीब 12 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं।
केजरीवाल ने किया था लंबित वेतन जारी करने का वादा
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की थी कि सरकार दो नगर निगमों के सफाई कर्मचारियों, डॉक्टरों और टीचरों के अप्रैल और मई का लंबित वेतन जारी करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेतृत्व वाले निगमों में वेतन का पैसा ‘भ्रष्टाचार के चलते गायब' हो गया। उन्होंने एमसीडी कर्मचारियों से कहा था, "अभी तो मैं किसी तरह से आपकी सैलरी का इंतजाम कर रहा हूं, लेकिन अगले महीने भी आपकी सैलरी नहीं आई तो पार्षदों, बीजेपी मुख्यालय व पीएम मोदी के पास जाकर मांगना।"
राहुल ने कहा, मेरे पास समय है, मैं आपके साथ घंटों बैठ सकता हूं। चाहे 10 दिन या चाहे 15 दिन मैं आपके साथ बैठने के लिए तैयार हूं। धरने का रास्ता एकदम सही है। दिल्ली और केंद्र एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं।
बीते 12 दिन से जारी है हड़ताल, दिल्ली हुई कचरा-कचरा
बीते दो महीने से सैलरी न मिलने के चलते निगम के सफाई कर्मचारी पिछले 12 दिनों से हड़ताल पर है। सफाई कर्मचारियों के काम पर न आने से पूर्वी दिल्ली में साफ-सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। हर जगह गंदगी का आलम पसरा हुआ है। ढलाव घर कूड़े से तो नालियां गंदगी और पानी से ओवरफलो हो गई हैं। इससे बीमारियां फैलने का अंदेशा भी बना हुआ है।
भाजपा और आप नहीं दिला सकी है अभी तक सैलरी
उल्लेखनीय है कि दिल्ली की तीनों निगमों पर भाजपा काबिज है और दिल्ली सरकार में आम आदमी पार्टी सत्तासीन है। निगम और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा निगम कर्मियों को सैलरी नहीं दे पाई है, जबकि दिल्ली सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल के आश्वासन के बावजूद भी हड़ताली कर्मचारियों को अभी तक वेतन नहीं मिल सका है। इससे कर्मचारियों में बेहद रोष है। हड़ताल कर रहे कर्मियों की मांग है कि उनकी सैलरी जल्द रिलीज की जाए। पूर्वी दिल्ली में करीब 12 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं।
केजरीवाल ने किया था लंबित वेतन जारी करने का वादा
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की थी कि सरकार दो नगर निगमों के सफाई कर्मचारियों, डॉक्टरों और टीचरों के अप्रैल और मई का लंबित वेतन जारी करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेतृत्व वाले निगमों में वेतन का पैसा ‘भ्रष्टाचार के चलते गायब' हो गया। उन्होंने एमसीडी कर्मचारियों से कहा था, "अभी तो मैं किसी तरह से आपकी सैलरी का इंतजाम कर रहा हूं, लेकिन अगले महीने भी आपकी सैलरी नहीं आई तो पार्षदों, बीजेपी मुख्यालय व पीएम मोदी के पास जाकर मांगना।"
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