देश में बढ़ते कोरोनावायरस (Coronavirus) के प्रकोप के बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस ने राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) पर निशाना साधा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने राज्य में कोरोनावायरस से संक्रमितों की बढ़ती संख्या को लेकर रविवार को प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने भाजपा पर मध्य प्रदेश की जनता को बेवकूफ बनाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्य में कोरोना संकट के चलते अभी तक ना तो मंत्रिमंडल का गठन हुआ है, ना ही स्वास्थ्य मंत्री या गृह मंत्री का प्रभार किसी को दिया गया है. उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं और इस तरह का उदाहरण देखने को नहीं मिलेगा.
कोरोना से मप्र में संक्रमण का औसत दो गुना, ठीक होने का औसत आधा और मरने का औसत तीन गुना है।
— MP Congress (@INCMP) April 12, 2020
किसकी नज़र लग गई मप्र को..?
shivraj panauti
इसके बाद रविवार देर रात मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने टि्वटर हैंडल पर शिवराज सिंह चौहान को 'पनौती' बताते हुए ट्वीट किया है. ट्वीट में लिखा है, 'कोरोना से मप्र में संक्रमण का औसत दो गुना, ठीक होने का औसत आधा और मरने का औसत तीन गुना है. किसकी नज़र लग गई मप्र को..? शिवराज पनौती.' बता दें कि ट्विटर पर 'शिवराज पनौती' काफी समय तक ट्रेंड कर रहा था.
मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस ने भी अपने टि्वटर हैंडल पर शिवराज सिंह चौहान को निशाना बनाते हुए ट्वीट किया है. ट्वीट में लिखा गया है, 'जब से बने है CM तब से महामारी मची है वाकई ये Shivraj Panauti है...'
जब से बने है CM तब से महामारी मची है वाकई ये Shivraj Panauti है..।
— MP Youth Congress (@IYCMadhya) April 12, 2020
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने देश में कोरोना संकट के लिए भाजपा नीत केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने भाजपा पर यह आरोप भी लगाया कि मार्च में कोरोना संकट के दौरान संसद की कार्यवाही केंद्र सरकार ने महज इसलिए स्थगित नहीं होने दी, जिससे मध्यप्रदेश की विधानसभा चलती रहे और उनकी अगुवाई वाली राज्य सरकार को गिराया जा सके. कमलनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'जाहिर है कि संसद इसलिये चल रही थी, ताकि मध्य प्रदेश विधानसभा चलती रहे और कांग्रेस की सरकार गिरायी जा सके.
कमलनाथ ने कहा कि देश में कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण हालात बहुत नाजुक हैं और अगर संक्रमण के परीक्षण का दायरा बढ़ा दिया जाये तो मरीजों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में गंभीर आर्थिक संकट की स्थिति है. इसके मद्देनजर केंद्र सरकार को आर्थिक पैकेज देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिये. उन्होंने कहा कि इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि पैकेज को लागू कैसे किया जा रहा है और इसमें किन क्षेत्रों पर खास ध्यान दिया गया है.
(इनपुट: भाषा से भी)
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