कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
राहुल गांधी को 'मसखरा शहजादा' बताए जाने पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि अरुण जेटली 'मोदी सल्तनत के दरबारी विदूषक' बने रहने के लिए बेताब हैं. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि वित्त मंत्री को विपक्ष के बारे में ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने की बजाय असल मुद्दों पर जवाब देना चाहिए. दरअसल, जेटली ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए उन्हें 'मसखरा शहजादा' बताया और कहा कि वह मोदी सरकार द्वारा 15 उद्योगपतियों का 2.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने के बारे में 'झूठ' बोल रहे हैं.
यह भी पढ़ें : राफेल डील, एनपीए को लेकर अरुण जेटली का पलटवार, राहुल गांधी को बताया- 'मसखरा शहजादा'
राहुल गांधी अपनी रैलियों में लगातार मोदी सरकार पर इस तरह के हमले कर रहे हैं. जेटली ने अपने फेसगुक ब्लॉग में राहुल गांधी के इस तरह के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने किसी भी कर्जदार का एक रुपया भी माफ नहीं किया है. वित्त मंत्री के हमले पर पलटवार करते हुए सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, 'जेटली 'मोदी सल्तनत के दरबारी विदूषक' बने रहने के लिए बेताब हैं. अभ्रद भाषा बोलना और ध्यान भटकाने का प्रयास हो रहा है.'
यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री जी, बैंकों के लाखों करोड़ न चुकाने वाली कंपनियां कौन हैं, मालिक कौन हैं?
उन्होंने कहा, 'अपशब्दों के आवरण में छिपने की बजाय वित्त मंत्री को राजनीतिक रूप से प्रासंगिक मुद्दों पर सवालों के जवाब देने चाहिए.' सुरजेवाला ने सवाल किया, 'जब राफेल मामले में घिर गए और फंस गए तो अपशब्दों के पीछे क्यों छिपना? कुछ सांठगांठ वाले उद्योगपतियों को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को दरकिनार क्यों किया?' कांग्रेस नेता ने पूछा, '126 राफेल विमानों की बजाय 36 विमान खरीदकर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता क्यों किया गया.'
यह भी पढ़ें : हे राजन! तब तुम्हीं थे न जो राजन का मज़ाक उड़ा रहे थे, राजन को ज़िम्मेदार बता रहे थे?
बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने इस लेख का शीर्षक दिया है, 'मसखरे शाहजादे का झूठ.' उन्होंने इसमें लिखा है, 'आपने राफेल सौदे पर झूठ बोला, आपने बैंकों के एनपीए पर झूठ बोला. तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने की आप की प्रवृत्ति से एक वैध प्रश्न खड़ा होता है कि, क्या ऐसे लोग जिनकी स्वाभाविक वरीयता झूठ फैलाना है क्या वे सार्वजनिक संवाद में शामिल होने लायक हैं?'
VIDEO : राफेल विमान सौदे की कैग से जांच करने की मांग करेगी कांग्रेस
जेटली ने आगे कहा है, 'सार्वजनिक संवाद एक गंभीर विषय है. यह कोई चुटकुलेबाजी की प्रतियोगिता नहीं है. आप इसे गले मिलने, आंख मारने यहा बार-बार झूठ बोलने जैसी हरकतों के स्तर तक नहीं ले जा सकते. दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश को इस बारे में गंभीरता के साथ सोचना होगा कि, क्या सार्वजनिक बहसों को किसी 'मसखरे शाहजादे' की झूठी बातों से प्रदूषित करने की छूट दी जानी चाहिए.'
(इनपुट: भाषा)
यह भी पढ़ें : राफेल डील, एनपीए को लेकर अरुण जेटली का पलटवार, राहुल गांधी को बताया- 'मसखरा शहजादा'
राहुल गांधी अपनी रैलियों में लगातार मोदी सरकार पर इस तरह के हमले कर रहे हैं. जेटली ने अपने फेसगुक ब्लॉग में राहुल गांधी के इस तरह के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने किसी भी कर्जदार का एक रुपया भी माफ नहीं किया है. वित्त मंत्री के हमले पर पलटवार करते हुए सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, 'जेटली 'मोदी सल्तनत के दरबारी विदूषक' बने रहने के लिए बेताब हैं. अभ्रद भाषा बोलना और ध्यान भटकाने का प्रयास हो रहा है.'
यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री जी, बैंकों के लाखों करोड़ न चुकाने वाली कंपनियां कौन हैं, मालिक कौन हैं?
उन्होंने कहा, 'अपशब्दों के आवरण में छिपने की बजाय वित्त मंत्री को राजनीतिक रूप से प्रासंगिक मुद्दों पर सवालों के जवाब देने चाहिए.' सुरजेवाला ने सवाल किया, 'जब राफेल मामले में घिर गए और फंस गए तो अपशब्दों के पीछे क्यों छिपना? कुछ सांठगांठ वाले उद्योगपतियों को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को दरकिनार क्यों किया?' कांग्रेस नेता ने पूछा, '126 राफेल विमानों की बजाय 36 विमान खरीदकर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता क्यों किया गया.'
यह भी पढ़ें : हे राजन! तब तुम्हीं थे न जो राजन का मज़ाक उड़ा रहे थे, राजन को ज़िम्मेदार बता रहे थे?
बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने इस लेख का शीर्षक दिया है, 'मसखरे शाहजादे का झूठ.' उन्होंने इसमें लिखा है, 'आपने राफेल सौदे पर झूठ बोला, आपने बैंकों के एनपीए पर झूठ बोला. तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने की आप की प्रवृत्ति से एक वैध प्रश्न खड़ा होता है कि, क्या ऐसे लोग जिनकी स्वाभाविक वरीयता झूठ फैलाना है क्या वे सार्वजनिक संवाद में शामिल होने लायक हैं?'
VIDEO : राफेल विमान सौदे की कैग से जांच करने की मांग करेगी कांग्रेस
जेटली ने आगे कहा है, 'सार्वजनिक संवाद एक गंभीर विषय है. यह कोई चुटकुलेबाजी की प्रतियोगिता नहीं है. आप इसे गले मिलने, आंख मारने यहा बार-बार झूठ बोलने जैसी हरकतों के स्तर तक नहीं ले जा सकते. दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश को इस बारे में गंभीरता के साथ सोचना होगा कि, क्या सार्वजनिक बहसों को किसी 'मसखरे शाहजादे' की झूठी बातों से प्रदूषित करने की छूट दी जानी चाहिए.'
(इनपुट: भाषा)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं