अरुणाचल के राजनीतिक संकट को लेकर कांग्रेस-बीजेपी में छिड़ी लड़ाई

अरुणाचल के राजनीतिक संकट को लेकर कांग्रेस-बीजेपी में छिड़ी लड़ाई

राज्यसभा में अरुणाचल के राजनीतिक संकट को लेकर हुए हंगामे का दृश्य।

नई दिल्ली:

जिस वक्त सीबीआई दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के दफ्तर पर छापे मार रही थी, ठीक उसी वक्त राज्य सभा में कांग्रेस के सांसद हंगामा कर रहे थे। इस आरोप के साथ कि केन्द्र सरकार अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस की बहुमत वाली सरकार को गैर-कानूनी तरीके से गिराने की साजिश रच रही है। दिल्ली के छापों ने कांग्रेस को अरुणाचल प्रदेश में जारी राजनीतिक संकट और राज्यपाल की सक्रिय भूमिका की याद दिला दी। पार्टी ने पूरे दिन इस मसले पर राज्यसभा में हंगामा किया।

केंद्र पर अरुणाचल सरकार गिराने की साजिश का आरोप
दरअसल अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के कई विधायक बागी होते लग रहे हैं। अचानक राज्यपाल ने शीत सत्र एक महीना पहले बुला लिया है। राज्यपाल ने सबसे पहले स्पीकर को हटाने का प्रस्ताव अरुणाचल विधानसभा में रखने का आदेश दिया है। कांग्रेस इसे केंद्र के इशारे पर सरकार गिराने की कवायद मान रही है। राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, "दिल्ली में बीजेपी सरकार अरुणाचल में चुनी हुई कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश कर रही है। गवर्नर पद का दुरुपयोग किया जा रहा है।"

नकवी ने कांग्रेस को अपने एमएलए संभालने की नसीहत दी
बीजेपी ने उक्त आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राज्य सभा में कहा, "हर रोज कांग्रेस सांसद अलग-अलग मुद्दे लेकर सदन में हंगामा करते हैं। अगर आप अपने एमएलए को नहीं संभाल पा रहे हैं तो हम क्या करें?"

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

बागी विधायक भाजपा के संपर्क में
माना जा रहा है कि कांग्रेस के बागी विधायक बीजेपी नेतृत्व के संपर्क में हैं। अब अरुणाचल प्रदेश में जारी राजनीतिक संकट कांग्रेस और बीजेपी के बीच तकरार का नया केन्द्र बन गया है। जिस तरह से कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर संसद में हंगामा किया है उससे दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ा है और यह विवाद जल्दी खत्म होने वाला है, इसके आसार फिलहाल दिखाई नहीं देते।