महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस का फाइल फोटो
मुबई:
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में सूखे से निबटने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को खुद उस इलाके में जाना पड़ा है। मंगलवार की कैबिनेट बैठक खत्म कर सीएम तुरंत मराठवाड़ा के लातूर और उस्मानाबाद जिलों के दौरे पर निकल गए।
राज्य के मराठवाड़ा के 8 जिले सतत चौथे मानसून में सूखे की मार झेल रहे हैं। मराठवाड़ा का सबसे बड़ा जायकवाड़ी बांध पानी के लिए तरस रहा है। इसमें जलस्तर डेड स्टॉक जितना रह गया है।
मुख्यमंत्री फड़णवीस अपने 3 दिन के दौरे में लातूर और उस्मानाबाद में प्रशासन और आम जनता से बात करेंगे। इसके बाद सूखाग्रस्त इलाकों के लिए विशेष योजना के ऐलान की संभावना है।
महाराष्ट्र के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि, सूखाग्रस्त इलाके की मदद के लिए पैसे की कमी नहीं होगी। फिलहाल इस इलाके में 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये किलो चावल मुहैया कराया जा रहा है। यह मदद सभी को मिलेगी।
हालांकि, मुख्यमंत्री के दौरे पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने सवाल पूछा है कि, मुख्यमंत्री के दौरे से क्या जरूरतमंद किसानों को सही में मदद मिलेगी?
राज्य के मराठवाड़ा के 8 जिले सतत चौथे मानसून में सूखे की मार झेल रहे हैं। मराठवाड़ा का सबसे बड़ा जायकवाड़ी बांध पानी के लिए तरस रहा है। इसमें जलस्तर डेड स्टॉक जितना रह गया है।
मुख्यमंत्री फड़णवीस अपने 3 दिन के दौरे में लातूर और उस्मानाबाद में प्रशासन और आम जनता से बात करेंगे। इसके बाद सूखाग्रस्त इलाकों के लिए विशेष योजना के ऐलान की संभावना है।
महाराष्ट्र के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि, सूखाग्रस्त इलाके की मदद के लिए पैसे की कमी नहीं होगी। फिलहाल इस इलाके में 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये किलो चावल मुहैया कराया जा रहा है। यह मदद सभी को मिलेगी।
हालांकि, मुख्यमंत्री के दौरे पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने सवाल पूछा है कि, मुख्यमंत्री के दौरे से क्या जरूरतमंद किसानों को सही में मदद मिलेगी?
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