भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दिए जाने के कयासों के बीच ध्यान चंद, कांशी राम और भगत सिंह को भी इससे नवाजने की मांग आज तेज हो गई।
कांग्रेस ने कहा कि अगर सरकार 'इतिहास के मार्ग' से जा रही है तो भारत रत्न के लिए और भी बड़ी हस्तियां हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने भारत रत्न के लिए भगत सिंह, राजगुरु और लाला लाजपत राय समेत अन्य महान स्वतंत्रता सेनानियों के नामों पर विचार करने की मांग की।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'अगर सरकार भारत रत्न के लिए ऐतिहासिक रास्ते पर जा रही है तो उसे भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपत राय.. के नामों पर भी विचार करना चाहिए।'
तिवारी ने अपने ट्वीट में आईएनए के संस्थापकों रास बिहारी बोस, जनरल मोहन सिंह, एनी बेसेंट और ए ओ ह्यूम तथा गोपाल कृष्ण गोखले का नाम भी सुझाया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने 1990 के दशक की शुरुआत में सर्वोच्च असैनिक पुरस्कार दिए जाने को लेकर मुकदमेबाजी की भी याद दिलाई।
एक अन्य कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि नेताजी के साथ बसपा के संस्थापक कांशी राम, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान को भी भारत रत्न से सम्मनित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा समेत चार राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के बाद पुरस्कारों की घोषणा की जानी चाहिए ताकि किसी भी राजनीति से बचा जा सके।
अल्वी ने कहा कि वह इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह का नाम नेताजी के नाम पर रखा जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने मुख्य धरती को आजादी मिलने से पहले काफी द्वीप समूह को स्वतंत्रता दिलाई थी।
इस बीच, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय के प्रपौत्र एवं इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस गिरिधर मालवीय ने भारत रत्न के लिए मालवीय के नाम की चर्चा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह ऐसे शख्स थे जिन्होंने 'इतने सारे क्षेत्रों में योगदान किया।' मालवीय ने हिंदू महासभा के गठन में भी योगदान किया था।
उधर, ध्यान चंद के बेटे अशोक कुमार ने उम्मीद जताई कि हॉकी के बेताज बादशाह के नाम पर भी चर्चा होगी। वहीं सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि इस सम्मान के लिए सोशलिस्ट नेता राम मनोहर लोहिया के नाम पर भी गौर किया जाना चाहिए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं