बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अभिनंदन समारोह में CJI एन वी रमना (NV Ramana) और केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू (Kiren Rijiju) अगल-बगल में बैठे. CJI ने रिजिजू के लिए कहा कि एक युवा और गतिशील केंद्रीय कानून मंत्री से हम उम्मीद कर सकते हैं कि चीजें तेज गति से आगे बढ़ेंगी. CJI ने मंत्री की ताऱीफ में कहा कि उनके पास बहुत ज्ञान है.
CJI ने हल्के अंदाज में कहा, "जब वो मुझसे मिले तो मुझे लगा कि वो कॉलेज के छात्र हैं लेकिन मैं उनकी उम्र नहीं पूछना चाहता था." CJI ने कहा, "कानून मंत्री ने बताया कि मैंने लॉ डिग्री ली है लेकिन कानून का अभ्यास करने का अनुभव नहीं है. मैंने कहा कि यह तो और भी अच्छा है, तब आप जजों के प्रति पूर्वाग्रह नहीं रखेंगे."
वहीं CJI द्वारा किए गए कार्यों और कदमों की तारीफ करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि जस्टिस रमना सचिन तेंदुलकर की तरह हैं, जो एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. जस्टिस गवई ने कहा कि जस्टिस रमना एक टीम लीडर और भारतीय न्यायपालिका के सच्चे नेता हैं. उनके सक्षम नेतृत्व में, एक आम आदमी को लगता है कि सर्वोच्च न्यायालय में वास्तविक जज हैं. जस्टिस गवई ने कहा कि उन्हें आम आदमी और दलितों के लिए वास्तविक चिंता है.
जस्टिस गवई ने कहा, "वह अपने सभी भाई जजों को अपना असली भाई मानते हैं और वह एक महान इंसान भी हैं. जस्टिस गवई ने सम्मान समारोह में कहा कि न्यायमूर्ति रमना ने यह भी सुनिश्चित किया है कि न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए सिफारिशें करते समय न केवल योग्यता को ध्यान में रखा जाएगा बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि सभी राज्यों के पूरे भौगोलिक क्षेत्र को देखा जा रहा है.
समारोह में केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, "जब मैं CJI रमना से पहली बार मिला तो मैं उन्हें अच्छी तरह से नहीं जानता था. मैंने उनके बारे में दोस्त और मीडिया से सुना था. अपनी पहली बातचीत में मैंने महसूस किया कि हमारे पास ऐसे CJI हैं, जिन पर हमें पूरा भरोसा और आस्था है."
कानून मंत्री ने कहा, "CJI रमना उच्च सत्यनिष्ठा के व्यक्ति साबित हुए हैं जिन्होंने न्यायपालिका के लिए एक नया सवेरा पैदा किया है. चाहे वह वकीलों की शिकायतों के मुद्दे हों या महामारी के दौरान वित्तीय और अन्य मुद्दे हों." रिजिजू ने कहा कि सरकार हर संभव मदद करने की कोशिश करेगी.
मंत्री ने कहा कि अदालतों में लम्बित मुकदमों का मुद्दा जटिल है. इसके लिए निचली अदालतों को हमें तत्काल देखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीण या छोटे क्षेत्र का कोई व्यक्ति न्याय पाने के लिए उठ खड़ा होता है और अगर न्याय मिलने में देरी होती है तो यह हम सभी पर एक बड़ा सवालिया निशान है. उन्होंने कहा कि न्याय में देरी न्याय को नकारना है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि CJI ठीक वही कर रहे हैं जो उनसे करने की उम्मीद की जाती है. वहीं सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि CJI रमना भगवान से डरने वाले नहीं, बल्कि भगवान को प्यार करने वाले व्यक्ति हैं.
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