बाबा रामदेव का फाइल फोटो
चेन्नई:
योग गुरू बाबा रामदेव ने मंगलवार को कहा कि ईसाइयों ने परोपकार किये हैं लेकिन साथ ही धर्मांतरण की गतिविधियों में भी शामिल रहे जबकि हिन्दुओं ने इस तरह की चीजों से परहेज किया।
एक कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने दावा किया, ''वे लोग सेवा करते हैं, स्कूल, कॉलेज और अस्पताल चलाते हैं, इसके साथ ही वे धर्मांतरण भी करते हैं।
हम लोग योग सिखाने सहित अन्य सेवाएं निशुल्क करते हैं लेकिन हम लोगों ने किसी का मजहब नहीं बदला बल्कि उनका जीवन बदला।'' उन्होंने कहा कि लोग अक्सर ईसाइयों से परोपकार सीखने को कहते हैं लेकिन लाखों हिन्दू साधु और चैरिटेबल ट्रस्ट इसी तरह की सेवाएं प्रदान करते हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने दावा किया, ''वे लोग सेवा करते हैं, स्कूल, कॉलेज और अस्पताल चलाते हैं, इसके साथ ही वे धर्मांतरण भी करते हैं।
हम लोग योग सिखाने सहित अन्य सेवाएं निशुल्क करते हैं लेकिन हम लोगों ने किसी का मजहब नहीं बदला बल्कि उनका जीवन बदला।'' उन्होंने कहा कि लोग अक्सर ईसाइयों से परोपकार सीखने को कहते हैं लेकिन लाखों हिन्दू साधु और चैरिटेबल ट्रस्ट इसी तरह की सेवाएं प्रदान करते हैं।
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