नई दिल्ली:
दिल्ली की कक्षा दो की एक छात्रा के साथ स्कूल परिसर में दुष्कर्म किया गया। इस मामले में पूछताछ के लिए तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस बीच गुस्साई भीड़ शुक्रवार को हिंसक हो गई।
पुलिस के मुताबिक दुष्कर्म की वारदात गुरुवार को दोपहर मंगोलपुरी इलाके में उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित एक स्कूल में हुई। यहां लड़की दोपहर का भोजन खाने गई थी।
लड़की को संजय गांधी मेमारियल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने दुष्कर्म की पुष्टि की।
एक अधिकारी ने बताया, "इस मामले में एक केस दर्ज कर लिया गया है। स्कूल के अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है।"
पुलिस को दिए बयान में लड़की ने बताया कि वह हमलावर को नहीं जानती है। पुलिस ने इस मामले में स्कूल के दो शिक्षकों और एक चौकीदार को हिरासत में लिया है।
मंगोलपुरी के लोगों ने तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए शुक्रवार की सुबह स्थानीय थाने के बाहर तीन-चार घंटे तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन से यातायात की स्थिति बदहाल हो गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियों का इस्तेमाल करना पड़ा।
मंगोलपुरी के लोग शुक्रवार की दोपहर संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के बाहर दोबारा जमा हुए। यहां लड़की की चिकित्सीय परीक्षण होनी थी। यहां भीड़ हिंसक हो गई व लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस दौरान दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की तीन बसों और पुलिस की कुछ गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन में कोई जख्मी नहीं हुआ।
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि लड़की की हालत ठीक है। उसे जांच के बाद घर भेज दिया गया है। पुलिस की एक टुकड़ी हालांकि इलाके में तैनात है।
अधिकारी ने बताया, "मंगोलपुरी में एमसीडी स्कूल और संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के आस-पास के इलाके की नाकेबंदी कर दी गई है। भीड़ को काबू में रखने के लिए 500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।"
पुलिस अधिकारी के अनुसार गैर-सरकारी संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं ने भी स्थानीय लोगों के साथ प्रदर्शन में हिस्सा लिया। एनडीएमसी ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
अतिरिक्त आयुक्त दीपक अस्थिर ने बताया, "हमने जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी को घटनास्थल पर रिपोर्ट लेने के लिए भेजा गया है।"
पुलिस के मुताबिक दुष्कर्म की वारदात गुरुवार को दोपहर मंगोलपुरी इलाके में उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित एक स्कूल में हुई। यहां लड़की दोपहर का भोजन खाने गई थी।
लड़की को संजय गांधी मेमारियल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने दुष्कर्म की पुष्टि की।
एक अधिकारी ने बताया, "इस मामले में एक केस दर्ज कर लिया गया है। स्कूल के अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है।"
पुलिस को दिए बयान में लड़की ने बताया कि वह हमलावर को नहीं जानती है। पुलिस ने इस मामले में स्कूल के दो शिक्षकों और एक चौकीदार को हिरासत में लिया है।
मंगोलपुरी के लोगों ने तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए शुक्रवार की सुबह स्थानीय थाने के बाहर तीन-चार घंटे तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन से यातायात की स्थिति बदहाल हो गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियों का इस्तेमाल करना पड़ा।
मंगोलपुरी के लोग शुक्रवार की दोपहर संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के बाहर दोबारा जमा हुए। यहां लड़की की चिकित्सीय परीक्षण होनी थी। यहां भीड़ हिंसक हो गई व लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस दौरान दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की तीन बसों और पुलिस की कुछ गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन में कोई जख्मी नहीं हुआ।
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि लड़की की हालत ठीक है। उसे जांच के बाद घर भेज दिया गया है। पुलिस की एक टुकड़ी हालांकि इलाके में तैनात है।
अधिकारी ने बताया, "मंगोलपुरी में एमसीडी स्कूल और संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के आस-पास के इलाके की नाकेबंदी कर दी गई है। भीड़ को काबू में रखने के लिए 500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।"
पुलिस अधिकारी के अनुसार गैर-सरकारी संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं ने भी स्थानीय लोगों के साथ प्रदर्शन में हिस्सा लिया। एनडीएमसी ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
अतिरिक्त आयुक्त दीपक अस्थिर ने बताया, "हमने जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी को घटनास्थल पर रिपोर्ट लेने के लिए भेजा गया है।"
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