रायपुर:
छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बाइक, मोबाइल और गर्लफ्रेंड को जिम्मेदार ठहराया है। इस बयान के बाद राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में शनिवार को ‘सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस बात पर गहरी चिंता जताई कि भारत में सड़क हादसों में लगभग 55 से 60 फीसदी मौतें युवाओं की होती है। सिंह ने इस दौरान कहा कि ‘अच्छी मोटर साइकल, अच्छा मोबाइल और अच्छी गर्लफ्रेंड हो तो दुर्घटना होना ही है।’
उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि युवा एक हाथ में मोबाइल लेकर बात करते हुए मोटर साइकल चलाते हैं और अक्सर यह दुर्घटना का कारण बनता है। ऐसी आदतों से बचना चाहिए।
सिंह ने कहा कि राज्य में सड़कों की हालत सुधरने के बाद ऐसा लगा था कि दुर्घटनाएं कम होंगी लेकिन वहां भी दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
रमन सिंह ने कहा है कि जीवन की सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करने के संस्कार बच्चों को घरों और स्कूलों से मिलने चाहिए। लोग हजारों रुपये खर्चकर मोटर बाइक खरीदते हैं, लेकिन कुछ सौ रुपये खर्च करके हेलमेट नहीं खरीदना चाहते, जबकि सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट सिर के गंभीर चोटों से काफी बचाव कर सकता है। सिंह ने सुझाव दिया कि रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों को हेलमेट देकर उन्हें उसके इस्तेमाल का संकल्प दिलाएं।
मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार का परिवहन विभाग और हमारी यातायात पुलिस इस दिशा में लोगों को हमेशा जागरूक करने का प्रयास करते रहते हैं, लेकिन सरकार के इन प्रयासों को जनता के सहयोग से ही सफलता मिल सकती है। राज्य में सड़कों की हालत में काफी सुधार हुआ है। अच्छी और चौड़ी बनी हैं, लेकिन यातायात नियमों की अनदेखी करके तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों के कारण दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं।
रमन सिंह ने कहा कि दरअसल कई बार सड़क हादसों का एक मुख्य कारण यह भी होता है कि गाड़ी अथवा बाइक चलाते समय चलाने वाले का दिमाग किसी दूसरी दुनिया में होता है। कई बार जल्दबाजी में शॉर्ट कट रास्ते की ओर बढ़ने की हड़बड़ी में भी लोग सड़क हादसों का शिकार हो जाते हैं। शॉर्ट कट के चक्कर में किसी सड़क दुर्घटना में घायल होने पर व्यक्ति को इलाज और अपंगता की वजह से जीवन का लंबा रास्ता भी तय करना पड़ता है।
इधर, राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सिंह के इस बयान की निंदा की है और कहा है कि सरकार की गलतियों को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री इस तरह की बात कह रहे हैं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता रविंद्र चौबे ने कहा कि राज्य में ज्यादा सड़क दुर्घटना का कारण बदहाल सड़कें और लोक निर्माण विभाग का भ्रष्टाचार, यातायात की व्यवस्था छोड़ पुलिस और परिवहन विभाग की अवैध वसूली और परिवहन विभाग द्वारा पैसे के लालच में छोटे बच्चों को ड्राइविंग लाइसेंस देना है।
चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री इन गलतियों पर परदा डालने के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं और यह उनको शोभा नहीं देता है। गलतियों पर परदा डालने के बजाय इसके रोकथाम के उपाय अपनाना चाहिए।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में शनिवार को ‘सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस बात पर गहरी चिंता जताई कि भारत में सड़क हादसों में लगभग 55 से 60 फीसदी मौतें युवाओं की होती है। सिंह ने इस दौरान कहा कि ‘अच्छी मोटर साइकल, अच्छा मोबाइल और अच्छी गर्लफ्रेंड हो तो दुर्घटना होना ही है।’
उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि युवा एक हाथ में मोबाइल लेकर बात करते हुए मोटर साइकल चलाते हैं और अक्सर यह दुर्घटना का कारण बनता है। ऐसी आदतों से बचना चाहिए।
सिंह ने कहा कि राज्य में सड़कों की हालत सुधरने के बाद ऐसा लगा था कि दुर्घटनाएं कम होंगी लेकिन वहां भी दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
रमन सिंह ने कहा है कि जीवन की सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करने के संस्कार बच्चों को घरों और स्कूलों से मिलने चाहिए। लोग हजारों रुपये खर्चकर मोटर बाइक खरीदते हैं, लेकिन कुछ सौ रुपये खर्च करके हेलमेट नहीं खरीदना चाहते, जबकि सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट सिर के गंभीर चोटों से काफी बचाव कर सकता है। सिंह ने सुझाव दिया कि रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों को हेलमेट देकर उन्हें उसके इस्तेमाल का संकल्प दिलाएं।
मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार का परिवहन विभाग और हमारी यातायात पुलिस इस दिशा में लोगों को हमेशा जागरूक करने का प्रयास करते रहते हैं, लेकिन सरकार के इन प्रयासों को जनता के सहयोग से ही सफलता मिल सकती है। राज्य में सड़कों की हालत में काफी सुधार हुआ है। अच्छी और चौड़ी बनी हैं, लेकिन यातायात नियमों की अनदेखी करके तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों के कारण दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं।
रमन सिंह ने कहा कि दरअसल कई बार सड़क हादसों का एक मुख्य कारण यह भी होता है कि गाड़ी अथवा बाइक चलाते समय चलाने वाले का दिमाग किसी दूसरी दुनिया में होता है। कई बार जल्दबाजी में शॉर्ट कट रास्ते की ओर बढ़ने की हड़बड़ी में भी लोग सड़क हादसों का शिकार हो जाते हैं। शॉर्ट कट के चक्कर में किसी सड़क दुर्घटना में घायल होने पर व्यक्ति को इलाज और अपंगता की वजह से जीवन का लंबा रास्ता भी तय करना पड़ता है।
इधर, राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सिंह के इस बयान की निंदा की है और कहा है कि सरकार की गलतियों को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री इस तरह की बात कह रहे हैं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता रविंद्र चौबे ने कहा कि राज्य में ज्यादा सड़क दुर्घटना का कारण बदहाल सड़कें और लोक निर्माण विभाग का भ्रष्टाचार, यातायात की व्यवस्था छोड़ पुलिस और परिवहन विभाग की अवैध वसूली और परिवहन विभाग द्वारा पैसे के लालच में छोटे बच्चों को ड्राइविंग लाइसेंस देना है।
चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री इन गलतियों पर परदा डालने के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं और यह उनको शोभा नहीं देता है। गलतियों पर परदा डालने के बजाय इसके रोकथाम के उपाय अपनाना चाहिए।
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