सीबीआई की विशेष अपराध शाखा ने बुधवार को करोड़ों रुपये के सारदा घोटाले में अपना पहला आरोप पत्र दायर किया। एजेंसी ने करीब चार महीने पहले उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार मामले की जांच शुरू की थी।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि 25 पन्नों के आरोप पत्र के साथ दायर संलग्नक में तीन आरोपियों - सारदा समूह के प्रमुख सुदीप्तो सेन, उनकी करीबी सहयोगी देबजानी मुखर्जी और सेन के साथ काम कर चुके तृणमूल कांग्रेस के निलंबित राज्यसभा सदस्य कुणाल घोष के नाम शामिल हैं।
सीबीआई के जांच अधिकारी ने एजेंसी के वकील के साथ शहर की सत्र अदालत के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष आरोप पत्र दायर किया।
सीबीआई ने आईपीसी की धारा 120बी, 409 एवं 420 और साथ ही प्राइज, चिट एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (बैनिंग) एक्ट 1978 की धारा चार और छह के तहत आरोप पत्र दायर किया।
एजेंसी दूसरे आरोपी व्यक्तियों की भूमिका और वित्तीय लेन देन का पता लगाने के लिए सीआरपीसी की धारा 173 (8) के तहत भी अपनी जांच जारी रखेगी।।
सूत्रों ने बताया कि पांच कंपनियों का नाम भी आरोप पत्र में शामिल किया गया है। ये कंपनियां सारदा टूर एंड ट्रैवल्स, सारदा गार्डन्स, सारदा रियल्टी, सारदा कंस्ट्रक्शंस और कुणाल घोष के स्वामित्व वाली स्ट्रेटेजिक मीडिया हैं।
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