नई दिल्ली:
पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के अध्यक्ष पद पर अभिनेता गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कांग्रेस ने उसकी इस सफाई की खिल्ली उड़ाई कि उन्हें इसलिए नियुक्त किया गया, क्योंकि वह संस्थान को समय दे सकते हैं।
एनडीटीवी से बातचीत में कांग्रेस नेता राज बब्बर ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, 'चपरासी के पास सबसे ज़्यादा समय होता है, तो क्या चपरासी को प्रिंसिपल बना दिया जाना चाहिए।'
राज बब्बर ने संवाददाताओं से कहा, 'कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण देने वाले और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज का भी बचाव कर चुके जेटली को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'यह खासकर जरूरी है, क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर कहा है कि चौहान सर्वश्रेष्ठ पसंद नहीं थे।' कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर जेटली स्पष्टीकरण देने में नाकाम रहे तो विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण मांगेगा जो अभी विदेश दौरे पर हैं।
खुद भी बॉलीवुड अभिनेता रहे बब्बर ने चौहान के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और कहा, 'दोष उनका है जिन्होंने नियुक्ति की है।' उन्होंने कहा कि अगर चौहान की नियुक्ति सही होती, तो छात्र विरोध प्रदर्शन क्यों करते।
आपको बता दें कि एफटीआईआई के शीर्ष पद के लिए सुझाए गए नामों में अमिताभ बच्चन और रजनीकांत जैसी शख्सियतों का नाम होने की खबरें सामने आने के बाद चौहान की नियुक्ति का बचाव करते हुए सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा था, 'सरकार चाहती थी कि अध्यक्ष सहित संचालन परिषद में ऐसे लोग हों जो इस संस्थान के विकास में समय दे सकें।'
बहरहाल, ऑस्कर विजेता साउंड मिक्सर और डिजाइनर रेसुल पुकुटी ने ट्वीट किया था कि एफटीआईआई के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में जेटली ने कहा, 'हमने (सरकार ने) सर्वश्रेष्ठ चुनाव नहीं किया, लेकिन सरकार होने के नाते हम अपने फैसले से पीछे नहीं हट सकते।' (एजेंसी इनपुट के साथ)
एनडीटीवी से बातचीत में कांग्रेस नेता राज बब्बर ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, 'चपरासी के पास सबसे ज़्यादा समय होता है, तो क्या चपरासी को प्रिंसिपल बना दिया जाना चाहिए।'
राज बब्बर ने संवाददाताओं से कहा, 'कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण देने वाले और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज का भी बचाव कर चुके जेटली को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'यह खासकर जरूरी है, क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर कहा है कि चौहान सर्वश्रेष्ठ पसंद नहीं थे।' कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर जेटली स्पष्टीकरण देने में नाकाम रहे तो विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण मांगेगा जो अभी विदेश दौरे पर हैं।
खुद भी बॉलीवुड अभिनेता रहे बब्बर ने चौहान के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और कहा, 'दोष उनका है जिन्होंने नियुक्ति की है।' उन्होंने कहा कि अगर चौहान की नियुक्ति सही होती, तो छात्र विरोध प्रदर्शन क्यों करते।
आपको बता दें कि एफटीआईआई के शीर्ष पद के लिए सुझाए गए नामों में अमिताभ बच्चन और रजनीकांत जैसी शख्सियतों का नाम होने की खबरें सामने आने के बाद चौहान की नियुक्ति का बचाव करते हुए सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा था, 'सरकार चाहती थी कि अध्यक्ष सहित संचालन परिषद में ऐसे लोग हों जो इस संस्थान के विकास में समय दे सकें।'
बहरहाल, ऑस्कर विजेता साउंड मिक्सर और डिजाइनर रेसुल पुकुटी ने ट्वीट किया था कि एफटीआईआई के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में जेटली ने कहा, 'हमने (सरकार ने) सर्वश्रेष्ठ चुनाव नहीं किया, लेकिन सरकार होने के नाते हम अपने फैसले से पीछे नहीं हट सकते।' (एजेंसी इनपुट के साथ)
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