देश में कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये फिलहाल कोरोना की वैक्सीन तो नहीं आई लेकिन लोगों के डर को भुनाने ठग जरूर सक्रिय हो गये हैं. जालसाजों की ऐसी हरकतों की शिकायतें मध्यप्रदेश साइबर सेल पहुंची हैं, ऐसे में साइबर सेल ने एक एडवाइजरी जारी कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. दुनिया के कुछ देशों में कोरोना की वैक्सीन आ गई है, अपने देश में इंतजार है. वैक्सीन आए तो इस खतरनाक वायरस से बचाव हो. हर कोई चाहता है कोरोना की वैक्सीन आते ही जल्दी से जल्दी उसका टीका लगवा लिया जाए. लोगों की इसी बेसब्री का फायदा अब जालसाज उठाने में जुट गए हैं. साइबर ठगों ने कोरोना वैक्सीन बुक कराने के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिशें शुरू कर दी हैं.
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में साइबर सेल में पिछले कुछ दिनों में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. मोनिका दुबे भोपाल में संयुक्त परिवार में रहती हैं, उन्होंने बताया हमारे परिवार में एक सदस्य को मैसेज आया कि 500 रुपये का रजिस्ट्रेशन कराएं तो आपको कोरोना का वैक्सीन लगाई जाएगी. जब हमने पता करने की कोशिश की तो पता लगा कि ऐसी कोई कंपनी है ही नहीं जो कोरोना वैक्सीन बना रही हो. भोपाल में साइबर सेल को ऐसी कई शिकायतें मिलीं, जिनमें कोरोना वैक्सीन की एडवांस बुकिंग के मैसेज आए, लोगों से पहले खातों की जानकारी ली गई, फिर ओटीपी मांग कर खाते में सेंध लगा दी गई.
साइबर सेल के एसपी डॉ गुरकरन सिंह ने कहा, 'साइबर फ्रॉडस्टर्स ने नया तरीका निकाला है, वैक्सीन दिलवाने के लिये आपकी डीटेल्स प्राप्त करके आपसे कुछ पैसा ट्रांसफर करके आपकी खाते की जानकारी उनके पास चली जाए... ताकी वो ज्यादा पैसे की धोखाधड़ी कर पाएं... ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं.
इस मामले में बाकायदा साइबर सेल ने एडवायजरी जारी कर कहा है कि 'किसी अंजान व्यक्ति से एकाउंट, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड संबधी जानकारी साझा न करें. मोबाइल पर आए किसी भी प्रकार के ओटीपी को किसी से शेयर ना करें. कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का वादा करने वाले किसी भी प्रकार की एप को डाउनलोड ना करें.' शिकायत के आधार पर जब फोन नंबर की जांच की गई तो मालूम हुआ कि ज्यादातर कॉल्स झारखंड के जामताड़ा से आ रही हैं.
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