प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
मोदी सरकार देश में बुलेट ट्रेन का सपना साकार किए जाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाने जा रही है. अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट पर निर्माण कार्य की शुरुआत अगले महीने से हो जाएगी. जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगे. इस बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट को 2023 में पूरा किया जाना है. रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी.
पढ़ें : बुलेट्र ट्रेन में यात्रियों को मिलेगा समुद्र के नीचे की यात्रा का रोमांच
सूत्रों के मुताबिक जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे सितंबर में भारत आ रहे हैं. माना जा रहा है कि 12-20 सितंबर के बीच वह अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट के भूमि पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम में भी शरीक होंगे. कुल 508 किलोमीटर लंबी इस परियोजना का 92 फीसद (468 किमी) हिस्सा एलीवेटेड होगा, परंतु मुंबई के भीतर का 2 फीसद भाग (13 किमी) जमीन पर तथा 6 प्रतिशत (27 किमी) समुद्र के नीचे सुरंग से होकर गुजरेगा.
इस प्रोजेक्ट का 508 किलोमीटर लंबे गलियारे का अधिकांश भाग एलेवेटेड है. ठाणे क्रीक के बाद वीरार की ओर का एक भाग परियोजना की वित्तपोषण एजेंसी जेआईसीए की परियोजना रिपोर्ट के अनुसार समुद्र के भीतर से गुजरेगा. परियोजना के लिये 97636 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत का 81 फीसदी जापान से कर्ज के रूप में उपलब्ध होगा.
पढ़ें : दिल्ली से कोलकाता के बीच दौड़ेगी बुलेट ट्रेन, बिहार-यूपी में भी स्टॉपेज
508 किलोमीटर लंबे मार्ग पर कुल 12 स्टेशन होंगे
508 किलोमीटर लंबे मार्ग पर कुल 12 स्टेशन होंगे जिनमें चार महाराष्ट्र में और आठ गुजरात में होंगे. अधिकारी ने बताया कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के आरंभ बिंदु के स्थान को लेकर अनिश्चितताएं खत्म होने के फौरन बाद रेलवे और महाराष्ट्र सरकार इसकी औपचारिक घोषणा कर सकते हैं. बीकेसी में कुल करीब 67 एकड़ जमीन उपलब्ध है और परियोजना के लिये 10 एकड़ जमीन चाहिए.
VIDEO : बुलेट ट्रेन कितनी जरूरी?
रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु के मुताबिक वर्ष 2023 में पहली बुलेट ट्रेन भारत में दौड़ने लगेगी. मुंबई और अहमदाबाद के बीच की 508 किलोमीटर की दूरी करीब दो घंटे में पूरी करने की संभावना है. इसकी सामान्य गति 320 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी, जबकि अधिकतम गति 350 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी.
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सूत्रों के मुताबिक जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे सितंबर में भारत आ रहे हैं. माना जा रहा है कि 12-20 सितंबर के बीच वह अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट के भूमि पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम में भी शरीक होंगे. कुल 508 किलोमीटर लंबी इस परियोजना का 92 फीसद (468 किमी) हिस्सा एलीवेटेड होगा, परंतु मुंबई के भीतर का 2 फीसद भाग (13 किमी) जमीन पर तथा 6 प्रतिशत (27 किमी) समुद्र के नीचे सुरंग से होकर गुजरेगा.
इस प्रोजेक्ट का 508 किलोमीटर लंबे गलियारे का अधिकांश भाग एलेवेटेड है. ठाणे क्रीक के बाद वीरार की ओर का एक भाग परियोजना की वित्तपोषण एजेंसी जेआईसीए की परियोजना रिपोर्ट के अनुसार समुद्र के भीतर से गुजरेगा. परियोजना के लिये 97636 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत का 81 फीसदी जापान से कर्ज के रूप में उपलब्ध होगा.
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508 किलोमीटर लंबे मार्ग पर कुल 12 स्टेशन होंगे
508 किलोमीटर लंबे मार्ग पर कुल 12 स्टेशन होंगे जिनमें चार महाराष्ट्र में और आठ गुजरात में होंगे. अधिकारी ने बताया कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के आरंभ बिंदु के स्थान को लेकर अनिश्चितताएं खत्म होने के फौरन बाद रेलवे और महाराष्ट्र सरकार इसकी औपचारिक घोषणा कर सकते हैं. बीकेसी में कुल करीब 67 एकड़ जमीन उपलब्ध है और परियोजना के लिये 10 एकड़ जमीन चाहिए.
VIDEO : बुलेट ट्रेन कितनी जरूरी?
रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु के मुताबिक वर्ष 2023 में पहली बुलेट ट्रेन भारत में दौड़ने लगेगी. मुंबई और अहमदाबाद के बीच की 508 किलोमीटर की दूरी करीब दो घंटे में पूरी करने की संभावना है. इसकी सामान्य गति 320 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी, जबकि अधिकतम गति 350 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी.
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