नई दिल्ली:
अमेरिकी हथियार बनाने वाली कंपनी बोइंग को रक्षा मंत्रालय ने 22 अपाचे और 15 चिनूक हेलीकॉप्टर का आर्डर दिया है। एएच -64 इ अपाचे एक अटैक हेलीकॉप्टर है। वहीं, सीएच -47 एफ चिनूक एक हेवीलिफ्ट हेलीकॉप्टर है।
सौदे के अनुसार, उत्पादन, प्रशिक्षण और सहयोग के माध्यम से भारत की सैन्य क्षमता और मानवीय मिशन की क्षमता बढ़ जाएगी। करीब 3.1 बिलियन डॉलर में हुए इस सौदे से भारत को सबसे नया मॉडल के अपाचे और चिनूक मिलेंगे।
बोइंग इंडिया के प्रेसिडेंट प्रत्यूष कुमार ने कहा कि इन हेलीकॉप्टर के वायुसेना में शामिल होने से इसकी क्षमता बढ़ेगी और हमें मेक इन इंडिया के सपने को और आगे ले जाने का मौका मिलेगा। पहले से ही चिनूक के कुछ हिस्से भारत में बन रहे है और भारतीय सहयोगियों से अपाचे के भी पार्ट्स बनाने की बात चल रही है।
अपाचे दुनिया का सबसे बेहतरीन मल्टी रोल अटैक हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल अमेरिकी वायु सेना बखूबी करती है। इराक में जब अमेरिकी वायुसेना ने हमला किया तो सबसे आगे अपाचे ने ही इराकी रडार को तबाह किया, फिर अमेरिकी वायुसेना के एफ-16 जैसे लड़ाकू विमानों ने इराक को तबाह कर दिया था।
चिनूक अत्याधुनिक मल्टी मिशन हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल अमेरिका सहित 18 दूसरे देशों की सेनाएं भी करती हैं। चिनूक में पर्वतीय इलाके से लेकर मैदानी इलाके तक भारी भरकम समान पहुंचाने की क्षमता है। चिनूक वही हेलीकॉप्टर है, जिसमें उड़ान भरकर अमेरिकी कमांडो ने एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था।
भारत 14 वां देश है, जिसने अपाचे खरीदने का फैसला किया है, वहीं चिनूक को खऱीदने वाला 19 वां देश है। इन दोनों हेलीकॉप्टर में हवा में ईधन भरने की क्षमता है, जिससे ये और असरदार बन जाता है।
सौदे के अनुसार, उत्पादन, प्रशिक्षण और सहयोग के माध्यम से भारत की सैन्य क्षमता और मानवीय मिशन की क्षमता बढ़ जाएगी। करीब 3.1 बिलियन डॉलर में हुए इस सौदे से भारत को सबसे नया मॉडल के अपाचे और चिनूक मिलेंगे।
बोइंग इंडिया के प्रेसिडेंट प्रत्यूष कुमार ने कहा कि इन हेलीकॉप्टर के वायुसेना में शामिल होने से इसकी क्षमता बढ़ेगी और हमें मेक इन इंडिया के सपने को और आगे ले जाने का मौका मिलेगा। पहले से ही चिनूक के कुछ हिस्से भारत में बन रहे है और भारतीय सहयोगियों से अपाचे के भी पार्ट्स बनाने की बात चल रही है।
अपाचे दुनिया का सबसे बेहतरीन मल्टी रोल अटैक हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल अमेरिकी वायु सेना बखूबी करती है। इराक में जब अमेरिकी वायुसेना ने हमला किया तो सबसे आगे अपाचे ने ही इराकी रडार को तबाह किया, फिर अमेरिकी वायुसेना के एफ-16 जैसे लड़ाकू विमानों ने इराक को तबाह कर दिया था।
चिनूक अत्याधुनिक मल्टी मिशन हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल अमेरिका सहित 18 दूसरे देशों की सेनाएं भी करती हैं। चिनूक में पर्वतीय इलाके से लेकर मैदानी इलाके तक भारी भरकम समान पहुंचाने की क्षमता है। चिनूक वही हेलीकॉप्टर है, जिसमें उड़ान भरकर अमेरिकी कमांडो ने एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था।
भारत 14 वां देश है, जिसने अपाचे खरीदने का फैसला किया है, वहीं चिनूक को खऱीदने वाला 19 वां देश है। इन दोनों हेलीकॉप्टर में हवा में ईधन भरने की क्षमता है, जिससे ये और असरदार बन जाता है।
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