नई दिल्ली:
समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने काले धन के खिलाफ बाबा रामदेव की मुहिम में उनको अपना समर्थन देने की मंगलवार को दिल्ली में घोषणा की। इस मौके पर रामदेव ने कहा कि केंद्र सरकार के गलत कामों में उनके सहयोगी दल साथ नहीं हैं।
रामदेव ने अपनी मुहिम में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रमुखों से मुलाकात के सिलसिले में आज सपा प्रमुख से मुलाकात कर समर्थन मांगा।
दोनों की बातचीत के बाद मुलायम ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम शुरू से कालेधन के खिलाफ हैं और लोहिया, जयप्रकाश के समय से इस मुद्दे को उठाया जाता रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीच में यह लड़ाई कमजोर हो गई थी लेकिन बाबा रामदेव ने इसे पुनर्जीवित कर दिया है। काला धन देश में वापस आना चाहिए।’’
सपा प्रमुख ने जहां रामदेव को अपना समर्थन जताया, वहीं भ्रष्टाचार के मुहिम में योग गुरु की सहयोगी टीम अन्ना को आड़े हाथों लिया। केजरीवाल द्वारा उनपर नाम लेकर निशाना साधे जाने के बारे में पूछे जाने पर मुलायम ने कहा, ‘‘हम ऐसे लोगों को कोई तवज्जो नहीं देते।’’ रामदेव ने कहा कि सरकार के गलत कामों में, चाहे वह पेट्रोल का दाम बढ़ाना हो या रामदेव को बदनाम करना, उसमें शरद पवार, अजित सिंह, ममता बनर्जी, मुलायम सिंह यादव केंद्र के साथ नहीं हैं और न कभी होंगे।
रामदेव के ट्रस्ट को ईडी का नोटिस भेजे जाने की खबरों पर कड़े तेवर दिखाते हुए रामदेव ने कहा, ‘‘हमारे खिलाफ अब तक एक भी आरोप साबित नहीं हुआ है। यह कालेधन के खिलाफ हमारे मुहिम को कमजोर करने की कोशिश है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार से यह उम्मीद नहीं की जाती कि वह जनता को सताए और लोगों को बदनाम करे।
योग गुरु ने कहा, ‘‘सरकार से हाथ जोड़ कर प्रार्थना है कि पूरा देश उसकी ओर देख रहा है, इसलिए कुछ अच्छे कदम उठाए।’’ इससे पहले भाजपा, अकाली दल, तेदेपा और राकांपा प्रमुखों से मुलाकात कर समर्थन मांग चुके रामदेव ने कहा कि कल वह बीजद प्रमुख और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे।
रामदेव ने कहा कि उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती, अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात के लिए समय मांगा है।
जिस वक्त मुलायम सिंह यादव और रामदेव के बीच मुलाकात चल रही थी उसी वक्त बीजेपी नेता जसवंत सिंह भी मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे। इस मुलाकात को लेकर सबकी दिलचस्पी बनी हुई है। क्योंकि जाहिर है यह मुलाकात पहले से तय रही होगी। जसवंत सिंह थोड़ी देर बाद निकल गए।
बाबा रामदेव के अनुसार अब इसके बाद वह उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिलने वाले हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि उनकी योजना ममता बनर्जी, मायावती और जयललिता से मिलने की भी है।
(इऩपुट भाषा से भी)
रामदेव ने अपनी मुहिम में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रमुखों से मुलाकात के सिलसिले में आज सपा प्रमुख से मुलाकात कर समर्थन मांगा।
दोनों की बातचीत के बाद मुलायम ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम शुरू से कालेधन के खिलाफ हैं और लोहिया, जयप्रकाश के समय से इस मुद्दे को उठाया जाता रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीच में यह लड़ाई कमजोर हो गई थी लेकिन बाबा रामदेव ने इसे पुनर्जीवित कर दिया है। काला धन देश में वापस आना चाहिए।’’
सपा प्रमुख ने जहां रामदेव को अपना समर्थन जताया, वहीं भ्रष्टाचार के मुहिम में योग गुरु की सहयोगी टीम अन्ना को आड़े हाथों लिया। केजरीवाल द्वारा उनपर नाम लेकर निशाना साधे जाने के बारे में पूछे जाने पर मुलायम ने कहा, ‘‘हम ऐसे लोगों को कोई तवज्जो नहीं देते।’’ रामदेव ने कहा कि सरकार के गलत कामों में, चाहे वह पेट्रोल का दाम बढ़ाना हो या रामदेव को बदनाम करना, उसमें शरद पवार, अजित सिंह, ममता बनर्जी, मुलायम सिंह यादव केंद्र के साथ नहीं हैं और न कभी होंगे।
रामदेव के ट्रस्ट को ईडी का नोटिस भेजे जाने की खबरों पर कड़े तेवर दिखाते हुए रामदेव ने कहा, ‘‘हमारे खिलाफ अब तक एक भी आरोप साबित नहीं हुआ है। यह कालेधन के खिलाफ हमारे मुहिम को कमजोर करने की कोशिश है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार से यह उम्मीद नहीं की जाती कि वह जनता को सताए और लोगों को बदनाम करे।
योग गुरु ने कहा, ‘‘सरकार से हाथ जोड़ कर प्रार्थना है कि पूरा देश उसकी ओर देख रहा है, इसलिए कुछ अच्छे कदम उठाए।’’ इससे पहले भाजपा, अकाली दल, तेदेपा और राकांपा प्रमुखों से मुलाकात कर समर्थन मांग चुके रामदेव ने कहा कि कल वह बीजद प्रमुख और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे।
रामदेव ने कहा कि उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती, अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात के लिए समय मांगा है।
जिस वक्त मुलायम सिंह यादव और रामदेव के बीच मुलाकात चल रही थी उसी वक्त बीजेपी नेता जसवंत सिंह भी मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे। इस मुलाकात को लेकर सबकी दिलचस्पी बनी हुई है। क्योंकि जाहिर है यह मुलाकात पहले से तय रही होगी। जसवंत सिंह थोड़ी देर बाद निकल गए।
बाबा रामदेव के अनुसार अब इसके बाद वह उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिलने वाले हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि उनकी योजना ममता बनर्जी, मायावती और जयललिता से मिलने की भी है।
(इऩपुट भाषा से भी)
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