विज्ञापन
This Article is From May 25, 2018

BJP के कर्नाटक विधानसभा स्पीकर उम्मीदवार एस सुरेश कुमार इमरजेंसी के दौरान जा चुके हैं जेल

बीजेपी ने अपनी दावेदारी ठोकर विधानसभा स्पीकर पद के चुनाव को भी रोमांचक बना दिया है.

BJP के कर्नाटक विधानसभा स्पीकर उम्मीदवार एस सुरेश कुमार इमरजेंसी के दौरान जा चुके हैं जेल
विधानसभा स्पीकर उम्मीदवार एस सुरेश कुमार (फाइल फोटो)
बेंगलुरु: कर्नाटक में सियासी रोमांच अभी खत्म नहीं हुआ है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी का फ्लोर टेस्ट तो होगा ही, मगर कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की ओर से विधानसभा स्पीकर के उम्मीदवार रमेश कुमार के टक्कर में बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से सरकार छोड़ने वाली बीजेपी ने के सुरेश कुमार को स्पीकर का उम्मीदवार बना कर जेडीएस, कांग्रेस सरकार के सामने चुनौती पेश की है. यानी कि पहले सीएम की कुर्सी के लिए रसाकस्सी चली थी, मगर अब बीजेपी ने अपनी दावेदारी ठोकर स्पीकर पद के चुनाव को भी रोमांचक बना दिया है.

कर्नाटक में कुमारस्वामी का फ्लोर टेस्ट आज, ऐसे राहुल से पहले बाजी मार गये तेजस्वी, अब तक की 5 बड़ी खबरें

एस सुरेश कुमार कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता हैं. सुरेश कुमार कर्नाटक विधानसभा चुनाव में राजाजीनगर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक के रूप में जीत दर्ज कर चुके हैं. उन्हें 1994 और 1999 में आदर्श विधायक के रूप में भी सम्मानित किया जा चुका है. सुरेश कुमार को प्रशासनिक अनुभव भी है. क्योंकि येदियुरप्पा सरकार में वह कानून, शहरी विकास और संसदीय मामलों के मंत्री भी रह चुके हैं. 

कुमारस्वामी के लिए 5 साल के कार्यकाल की गारंटी नहीं : कांग्रेस के जी परमेश्वर

सुरेश कुमार ने भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख बी . एस . येदियुरप्पा के और अन्य नेताओं के निर्देश पर नामांकन पत्र दाखिल किया है. उनका कहना है कि संख्या बल और कई अन्य कारकों के आधार पर हमारी पार्टी के नेताओं को विश्वास है कि मैं जीतूंगा. इसी विश्वास के साथ मैंने नामांकन दाखिल किया है. 

कर्नाटक Live Updates: बहुमत परीक्षण से पहले स्पीकर का चुनाव, CM कुमारस्वामी बोले- कोई तनाव नहीं

बेंगलुरु में से पले बढ़े सुरेश कुमार जब युवा थे, तब से वह राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़े रहे हैं. वे बेंगलुरु यूनिवर्सिटी से विज्ञान से ग्रेजुएट हैं. अपातकाल के दौरान वह जेल भी जा चुके हैं. इमरजेंसी के दौरान बेंगलुरु जेल में उनकी मुलाकात कई बड़े नेताओं से हुई. जेल से निकलने के बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई की और 1981 में उन्होंने वकालत को अपना करियर चुना. 

VIDEO: कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में विपक्ष के तमाम दिग्गज पहुंचे

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com