Farmers Protest: केंद्र सारकार को किसानों को लिखित में आश्वासन देना चाहिए कि न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP सिस्टम जारी रहेगा. किसान कानूनों के विरोध में देशभर के किसानों के प्रदर्शन के बीच हरियाणा में सत्तारूढ़ बीजेपी की सहयोगी पार्टी ने यह बात कही. किसानों के प्रदर्शन के जल्द खत्म होने के कोई संकेत नहीं हैं. हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) प्रदर्शन को लेकर लगातार किसानों के समर्थन में टिप्पणी कर रही है क्योंकि किसान इस पार्टी का प्रमुख सपोर्ट बेस हैं. दुष्यंत चौटाला के पिता और JJP के अध्यक्ष अजय चौटाला (Ajay Chautala) का मानना है कि केंद्र सरकार को जल्द से जल्द किसानों के आंदोलन का हल तलाशना चाहिए.
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किसानों को इस बात का डर सता रहा है कि कृषि कानून लागू होने के बाद धीरे-धीरे MSP खत्म हो जाएगा. वे कृषि कानूनों को किसान विरोधी मान रहे हैं. अजय चौटाला ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने MSP के बारे में कोइ आश्वासन नहीं दिया है. उन्होंने मंगलवार को कहा, 'ऐसे में इस बारे में लाइन लिखित में डालने में क्या परेशानी है?' उन्होंने कहा कि हरियाणा की ज्यादातर फसलें MSP पर खरीदी जाती हैं.
अजय चौटाला (Ajau Chautala) ने कहा कि सरकार को इस मसले पर बड़ा सोचना चाहिए और किसानों की मांगों पर कुछ समाधान निकालना चाहिए. इसके अलावा राज्य की गठबंधन की सरकार के सहयोगी निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने भी सत्ता से अपना गठबंधन तोड़ लिया है. उन्होंने कहा कि कहा कि 'सरकार को किसानों की समस्या जल्द से जल्द हल करनी चाहिए. किसानों को एमएसपी लागू करने के लिए पुख्ता आश्वासन देना चाहिए.' उन्होंने कहा कि अन्नदाता सड़कों पर परेशान हो रहे हैं. ऐसे में सरकार को बड़ी सोच रखकर किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए. उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार अपने कृषि कानूनों में एमएसपी को शामिल कर किसानों की मांग पूरी करे. चौटाला ने यह भी कहा कि किसान संगठनों व केंद्र सरकार के बीच वार्ता के सकारात्मक परिणाम आएंगे.बता दें कि इसके पहले केंद्र में बीजेपी पहले ही अपने सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल के साथ को खो चुकी है. इसके अलावा अभी सोमवार को ही राजस्थान से उसके एक सहयोगी सांसद हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी से अपना रिश्ता खत्म करने की धमकी दी थी.
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