छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान में सरकारें नहीं गिरा पाएगी BJP: भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. उनका कहना है कि वह भले ही बीजेपी कर्नाटक में लोकतंत्र में चुनी गई सरकार को सत्ता और पैसे के प्रभाव से गिरा दी हो, लेकिन वह छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में नहीं कर पाएंगे.

छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान में सरकारें नहीं गिरा पाएगी BJP: भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

खास बातें

  • भूपेश बघेल ने बीजेपी पर साधा निशाना
  • 'BJP लोकतंत्र में चुनी गई सरकार को सत्ता और पैसे के प्रभाव से गिरा रही'
  • कहा- मध्य प्रदेश, राजस्थान में सरकारें नहीं गिरा पाएगी BJP
नई दिल्ली:

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. भूपेश बघेल ने NDTV से बातचीत में कहा, "लोकतंत्र में चुनी गई सरकार को सत्ता और पैसे के प्रभाव से गिराएंगे, तो लोकतंत्र के लिए घातक होगा... BJP अनेक प्रदेशों में ऐसा कर रही है, जो ठीक नहीं है... आप चाहते हैं कि आपके अलावा कोई न रहे, तो यह तानाशाही प्रवृत्ति है... छत्तीसगढ़ में ऐसा हो पाने की कोई गुंजाइश नहीं है... कर्नाटक में कर लिया, लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी नहीं कर पाएंगे."

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बता दें कि कांग्रेस ने कर्नाटक के अपने उन 14 'पूर्व विधायकों' को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में मंगलवार को निष्कासित कर दिया है, जिन्हें कुछ दिन पहले ही विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अयोग्य ठहराया गया था. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक कर्नाटक (Karnataka) कांग्रेस की ओर से दिए गए प्रस्ताव को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने स्वीकृति प्रदान कर दी. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इन नेताओं को पार्टी से निकालने की अनुशंसा की थी. इन 14 नेताओं ने कुछ हफ्ते पहले पार्टी से बगावत करते हुए इस्तीफा सौंपा था जिसके बाद पार्टी ने इनके खिलाफ दलबदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की मांग की थी.

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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ने सभी बागी विधायकों की सदस्यता रद्द की थी. इसके बाद ही बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता और भी आसान हुआ था. कर्नाटक (Karnataka) विधानसभा स्पीकर ने इससे पहले तीन विधायकों को दलबदल कानून के तहत अयोग्य ठहराया था. कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार द्वार निष्कासित किए जाने के बाद जेडीएस-कांग्रेस के 17 बागी विधायक कर्नाटक विधानसभा के सदस्य नहीं रहे थे.

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